फ्लिपकार्ट का घाटा वित्त वर्ष 2017-18 में कम होकर 1160 करोड़ रुपये हुआ
एकल आधार पर 2017-18 में फ्लिपकार्ट का कुल घाटा कम होकर 1,157 करोड़ रुपये पर आ गया जबकि आय बढ़कर 2,790 करोड़ रुपये हो गई.

नई दिल्ली: ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट का मार्च 2018 में खत्म हुए वित्त वर्ष में एकीकृत शुद्ध घाटा कम होकर 1,160.6 करोड़ रुपये पर आ गया. इससे पिछले वित्त वर्ष में उसका कुल घाटा 1,640.2 करोड़ रुपये था. कॉर्पोरेट मंत्रालय को मिली जानकारी के मुताबिक, 2017-18 में फ्लिपकार्ट की परिचालन से आय 2,790.2 करोड़ रुपये हो गई. वित्त-वर्ष 2016-17 की इसी अवधि में यह आंकड़ा 1,882.4 करोड़ रुपये था. इस दौरान, 48.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है.
फ्लिपकार्ट ने इस पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है. एकल आधार पर 2017-18 में फ्लिपकार्ट का कुल घाटा कम होकर 1,157 करोड़ रुपये पर आ गया जबकि आय बढ़कर 2,790.2 करोड़ रुपये हो गई.
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फ्लिपकार्ट कई कंपनियां चलाती है. फ्लिपकार्ट इंटरनेट के माध्यम से वह ई-कॉमर्स और सहायक सेवाएं देती है. फ्लिपकार्ट इंटरनेट की आय मुख्य रुप से ई-बाजार, भंडारण और खाने-पीने जैसी सेवाओं से होती है. इस साल की शुरुआत में दिग्गज अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट ने 16 अरब डॉलर में फ्लिपकार्ट की करीब 77 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी.
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दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते ऑनलाइन खुदरा बाजार में फ्लिपकार्ट का मुकाबला अमेरिका की दिग्गज कंपनी अमेजन से है. दोनों कंपनियां एक-दूसरे को टक्कर देने के लिये कई तरह की पेशकश करती रहती हैं. विभिन्न रिसर्च के मुताबिक, भारतीय ई-कॉमर्स बाजार अगले कुछ सालों में बढ़कर 200 अरब डॉलर से अधिक हो जाएगा.
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