AI चैटबॉट से ये सवाल पूछे तो हो जाएगी जेल! आपकी एक गलती बन सकती है बड़ा अपराध
AI Chatbot: AI चैटबॉट अब हर किसी की जिंदगी का हिस्सा बन चुके हैं चाहे सवाल पूछना हो, काम आसान करना हो या कोई जानकारी ढूंढनी हो.

AI Chatbot: AI चैटबॉट अब हर किसी की जिंदगी का हिस्सा बन चुके हैं चाहे सवाल पूछना हो, काम आसान करना हो या कोई जानकारी ढूंढनी हो. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन चैटबॉट्स से कुछ तरह के सवाल पूछना आपको सीधे कानून के जाल में फंसा सकता है? कई देशों में साइबर लॉ इतने सख्त हो चुके हैं कि गलत सवाल या गलत जानकारी मांगना भी अपराध की श्रेणी में आ जाता है. यह डिजिटल दुनिया का नया खतरा है जहां एक छोटी सी गलती भी बड़ा नुकसान कर सकती है.
गैर-कानूनी जानकारी मांगना बन सकता है अपराध
कई लोग मज़ाक में या जिज्ञासा में चैटबॉट्स से ऐसी जानकारी पूछ लेते हैं जो कानून के खिलाफ होती है. जैसे हथियार बनाना, बैंकिंग सिस्टम हैक करना, किसी की जानकारी चुराना या साइबर अटैक करना. भारत के IT Act और साइबर सुरक्षा कानूनों के तहत ऐसी जानकारी मांगना या उसका प्रयास करना भी अपराध माना जाता है. अगर सिस्टम लॉग्स में यह रिकॉर्ड हो जाए तो जांच एजेंसियां इसे संदिग्ध गतिविधि समझ सकती हैं.
हिंसा, दंगा या अवैध गतिविधियों से जुड़े सवाल
कोई भी चैटबॉट अगर हिंसा भड़काने, दंगे फैलाने या अवैध संगठन से जुड़े सवालों पर प्रतिक्रिया दे तो यह गंभीर अपराध बन सकता है. सुरक्षा एजेंसियां ऐसे सवालों पर तुरंत अलर्ट हो जाती हैं. रिकॉर्ड में आपके सवाल सुरक्षित रहते हैं जिनके आधार पर आप पर कार्रवाई भी हो सकती है.
संवेदनशील सरकारी डेटा या सुरक्षा से जुड़ी जानकारी
कई बार लोग पूछते हैं पुलिस नेटवर्क कैसे काम करता है, सैन्य सिस्टम कैसे तोड़े जाते हैं या सरकारी वेबसाइटों में घुसपैठ कैसे करें. ऐसे सवाल पूछना देश की सुरक्षा से खिलवाड़ माना जाता है. कई देशों में यह जासूसी या साइबर आतंकवाद की श्रेणी में आता है जिसकी सज़ा जेल तक हो सकती है.
किसी की निजी जानकारी निकालने की कोशिश
किसी व्यक्ति का पता, बैंक डिटेल, लोकेशन या निजी डेटा चैटबॉट के जरिए पूछना भी अपराध है. यह साइबर स्टॉकिंग और डेटा चोरी के अंतर्गत आता है. डिजिटल सिस्टम में ऐसी क्वेरी सेव हो जाती है और शिकायत होने पर आसानी से ट्रैक किया जा सकता है.
कैसे बचें?
- चैटबॉट से कभी भी गैर-कानूनी या प्रतिबंधित जानकारी न मांगें.
- मज़ाक या प्रयोग में भी खतरनाक सवाल न पूछें.
- साइबर सुरक्षा कानूनों के प्रति जागरूक रहें.
- हर सवाल सोच-समझकर पूछें क्योंकि रिकॉर्ड हमेशा सेव रहता है.
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Source: IOCL























