पाकिस्तानी हैकर्स के निशाने पर एंड्रॉयड यूजर्स, बचने के लिए इन ऐप्स का न करें इस्तेमाल
Cyber Attack : पाकिस्तानी हैकर्स इंडियन एंड्रॉयड यूजर्स को निशाना बना रहे हैं. हैकर्स इसमें कश्मीर मामलों से जुड़े लोग और मानवधिकार कार्यकर्ताओं को आपना निशाना बना रहे हैं.

Cyber Attack : पाकिस्तानी हैकर्स इंडिया एंड्रॉयड यूजर्स को निशाना बना रहे है. ये जानकारी हाल ही में सामने आई है, जिसमें पता चला है कि हैकर्स इंडिया में पॉपुलर कुछ ऐप्स के मिलते जुलते फर्जी ऐप बनाकर इंडियन यूजर्स के फोन में वायरस पहुंचा रहे हैं और इसके बाद उनकी जासूसी कर रहे हैं.
अगर आप इन पाकिस्तानी हैकर्स से बचना चाहते हैं, तो यहां हम आपको इनके बारे में पूरी जानकारी दे हैं. जिसमें हम आपको बताएंगे कि पाकिस्तानी हैकर्स किस तरीके से इंडियन एंड्रॉयड यूजर्स को अपने निशाने पर ले रहे हैं और किस तरीके से उनकी पर्सनल जानकारी चुरा रहे हैं.
हैकर्स कैसे कर रहे हैं हैक
पाकिस्तानी हैकर्स ट्रांसपेरेंट ट्राइब इंडियन एंड्रॉयड यूजर्स के मोबाइल में CapraRAT की मदद से घुसपैठ कर रहे हैं, जिसमें हैकर्स यूट्यूब की नकर का एक फर्जी ऐप बनाकर CapraRAT को इंडियन एंड्रॉयड यूजर्स के मोबाइल में इंस्टॉल कर रहे हैं और इसके बाद उनके पास एंड्रॉयड मोबाइल का रिमोट एक्सेस आ जाता है.
किन लोगों को किया है टारगेट
पाकिस्तानी हैकर्स के समूह कश्मीर मामलों से जुड़े लोग और पाकिस्तान से संबंधित मामलों पर मानवाधिकार का काम करने वाले कार्यकर्ताओं के खिलाफ CapraRAT मोबाइल रिमोट एक्सेस ट्रोजन के जरिए जासूसी कर रहा है. सुरक्षा शोधकर्ता एलेक्स डेलामोटे के अनुसार CapraRAT अत्यधिक आक्रामक मैलवेयर है, जो एंड्रॉयड डिवाइस में घुसपैठ करके सारा डेटा चुरा लेता है.
कैसे फैला रहे है वायरस
टेक एक्सपर्ट के अनुसार ये खतरनाक ऐप गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद नहीं है. पाकिस्तानी हैकर्स इस ऐप को को इंस्टॉल करने के लिए सोशल मीडिया और दूसरी वेबसाइट का इस्तेमाल कर रहे हैं. जहां इसे इंस्टॉल करने के लिए ये लुभावना लालच देते हैं. जैसे ही CapraRAT आपके एंड्रॉयड मोबाइल में इंस्टॉल हो जाता हैं, वैसे ही आपकी डिवाइस का एक्सेस पाकिस्तानी हैकर्स के पास पहुंच जाता है.
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