Uttarakhand News: कुमाऊं में तेंदुए के हमले से दहशत, ऊधम सिंह नगर और बागेश्वर में दो बच्चों की मौत
Leopard Attack in Uttarakhand: पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में हालिया दिनों में मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष बढ़ गया है. बीते दिनों अलग-अलग घटनाओं में तेंदुए के हमले में दो बच्चों की मौत हो गई.
Uttarakhand News Today: उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में वन्यजीवों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. तेंदुओं के हमले की हालिया घटनाओं ने लोगों में दहशत पैदा कर दी है. तेंदुए के हमले में कई लोगों की मौत हो चुकी है.
ऊधमसिंह नगर के नानकमत्ता क्षेत्र और बागेश्वर जिले की कांडा तहसील में दो अलग-अलग घटनाओं में तेंदुओं ने दो मासूम बच्चों की जान ले ली. इसके अलावा, रानीखेत क्षेत्र में तेंदुए के हमले से दो लोग घायल हो गए.
किशोर को उठा ले गया तेंदुआ
ऊधमसिंह नगर के नानकमत्ता क्षेत्र में गुरुवार (17 अक्टूबर) को दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब 13 वर्षीय गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी नाम के किशोर को एक तेंदुआ उठा ले गया. यह घटना नानकमत्ता के रनसाली रेंज के प्लाट संख्या चार के समीप ग्राम बिचवा भूड़ में घटित हुई.
यहां गोपी अपने घर के आंगन में लगे नल से हाथ धो रहा था. गन्ने के खेत से अचानक तेंदुआ निकला और गोपी की गर्दन पकड़कर उसे खींचते हुए जंगल की ओर ले गया. माता-पिता और परिजनों के चिल्लाने पर आसपास के ग्रामीण दौड़े, जिसके बाद तेंदुआ जंगल में भाग गया.
गंभीर रूप से घायल गोपी को तुरंत सितारगंज के उपजिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्टर रविंद्र सिंह के अनुसार, तेंदुए के हमले से गोपी के गले की नलियां फट गई थीं, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव हुआ और उसकी जान नहीं बचाई जा सकी.
बागेश्वर में बच्ची की मौत
इसी तरह गुरुवार की शाम को बागेश्वर जिले की कांडा तहसील के औलानी गांव में एक और दुखद घटना हुई. धरमघर वन रेंज के अंतर्गत आने वाले इस गांव में तीन वर्षीय बच्ची योगिता उर्फ भूमिका को तेंदुए ने मार डाला. बच्ची अपने छोटे भाई शौर्य और दादी कला उप्रेती के साथ घर के बाहर खेल रही थी.
इसी दौरान अचानक तेंदुए ने हमला कर दिया और बच्ची को उठा ले गया. यह देखकर परिजनों और ग्रामीणों ने शोर मचाना शुरू कर दिया, जिसके बाद तेंदुआ कुछ दूरी पर बच्ची को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया. हालांकि, तब तक बहुत देर हो चुकी थी और इस हमले में बच्ची की मौत हो गई.
ग्राम प्रधान गीता देवी ने बताया कि तेंदुए ने बच्ची के गले और सिर पर गहरे घाव कर दिए थे, जिससे उसकी जान चली गई. इस घटना से पूरे गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है. ग्रामीणों ने तेंदुए को जल्द से जल्द पकड़ने और वन विभाग से सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है.
रानीखेत में तेंदुए का हमला
इसके अलावा रानीखेत क्षेत्र में बुधवार देर शाम तेंदुए के हमले में दो लोग घायल हो गए. खिरखेत के क्षेत्र पंचायत सदस्य नीरज तिवारी और उनके मित्र धर्मेंद्र चौधरी बाइक से घर लौट रहे थे, तभी ग्वाड़ स्टेट के पास तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया. तेंदुए के पंजे से दोनों के पैरों में गंभीर चोटें आई. हालांकि, शोर मचाने पर तेंदुआ वहां से भाग गया और दोनों को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया.
वन विभाग शुरू की कार्रवाई
बागेश्वर जिले की घटना के बाद, वन विभाग ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी. धरमघर वन रेंज के रेंजर प्रदीप कांडपाल ने बताया कि घटना स्थल पर दो पिंजरे और ट्रैंकुलाइज गन लेकर टीम पहुंच चुकी है. इसके अलावा, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक उत्तराखंड से तेंदुए को ट्रैंकुलाइज करने और पिंजरा लगाने की अनुमति मिल गई है.
बागेश्वर के डीएफओ ध्रुव सिंह मर्तोलिया ने कहा कि चार टीमों को घटना स्थल पर भेजा गया है, जो इलाके में गश्त कर रही हैं. वह खुद भी पशु चिकित्सक के साथ मौके पर जा रहे हैं, जिससे आवश्यक कार्रवाई की जा सके.
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