Varanasi News: तीन दिनों में इन वजहों से सुर्खियों में रहा वाराणसी, छांगुर से लेकर बुलडोजर एक्शन शामिल, पढ़िए ये रिपोर्ट
Varanasi News: यूपी का वाराणसी शहर पिछले तीन दिनों में काफी सुर्खियों में रहा है. कभी गंगा तो कभी धर्मांतरण के आरोपी छांगुर की वजह से चर्चाओं में रहा है.

जुलाई के इस सप्ताह में वाराणसी में अनेक विषय लोगों के बीच चर्चा के केंद्र में बने हुए हैं, जिसमें गंगा और वरुणा तटवर्ती क्षेत्र में आए बाढ़ के अलावा मजार परिसर में चले बुलडोजर सहित छांगुर बाबा से भी जुड़ा हुआ प्रकरण शामिल है.
काशी गंगा के बढ़ते जलस्तर की वजह और कांवड़ और सावन माह के चलते शिवभक्ति में डूबने की वजह से भी चर्चा में है.एबीपी न्यूज की क्रमानुसार रिपोर्ट में जानिए वाराणसी की इन चर्चित खबरों को.
सप्ताह के पहले दिन क्या हुआ?
सप्ताह के प्रथम दिन रविवार को वाराणसी के कचहरी क्षेत्र में एक मजार परिसर पर वाराणसी जिला प्रशासन का बुलडोजर चला. इस दौरान अतिक्रमण को लेकर वाराणसी जिला प्रशासन की यह कार्रवाई काफी सुर्खियों में रही. पीडब्ल्यूडी द्वारा हुई इस कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा के केंद्र में रहा.
सोमवार के दिन शिव भक्ति में डूबी काशी
वैसे तो काशी को भगवान शंकर की नगरी ही कहा जाता है. लेकिन सावन के दूसरे सोमवार के दिन श्रद्धालुओं का जन सैलाब काशी में उमड़ पड़ा. काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा शहर के अलग-अलग शिवालयों, प्रमुख धार्मिक स्थल पर भारी संख्या में श्रद्धालु कांवरियां देखे गए. सावन के दूसरे सोमवार के दिन काशी की एक अलग ही तस्वीर देखने को मिली.
बाढ़ की वजह से रहा सुर्खियों में
इन दिनों वाराणसी में गंगा और वरुणा के बढ़ते जलस्तर की वजह से बाढ़ का संकट भी मंडरा रहा है. तटवर्ती क्षेत्रों में पानी लगने की वजह से आम जनजीवन पूरी तरह बेहाल है. खासतौर पर वरुणा तटवर्ती क्षेत्र के सैकड़ों परिवार दूसरे जगह पर जाने के लिए भी मजबूर दिखाई दे रहे हैं. इसके अलावा गंगा तटवर्ती क्षेत्र के मंदिर - भवन सभी स्थल जलमग्न नजर आ रहे हैं.
छांगुर से जुड़ा मामला
वाराणसी में इस हफ्ते भदोही का एक युवक ज्योतिर्मय भी चर्चा के केंद्र में है. दरअसल ज्योतिर्मय द्वारा उसके परिवार का धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया गया है. और उसने आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि उसके ससुराल वाले उस पर जबरदस्ती अन्य धार्मिक परंपराओं को स्वीकारने के लिए दबाव बनाते हैं.
हालांकि यह विषय इसलिए सबसे ज्यादा चर्चा में रहा क्योंकि अवैध धर्मांतरण के आरोपी छांगूर से यह प्रकरण जुड़ा होने की बात कही गई.
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Source: IOCL























