सपा में शामिल होंगे लालू के लाल तेज प्रताप यादव? ओपी राजभर के बयान से मची सियासी हलचल
UP News: यूपी की योगी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण पर बिहार विपक्ष पर निशाना साधा है. वहीं उन्होंने झूठ फैलाने के आरोप भी लगाए हैं.

उत्तर प्रदेश के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने बृहस्पतिवार को बिहार में विपक्ष पर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बारे में 'गलत सूचना फैलाने' का आरोप लगाया और दावा किया कि 'उन्हें (विपक्ष को) फर्जी मतदाताओं की मदद से विधानसभा चुनाव जीतने की उम्मीद थी'.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के अध्यक्ष का यह भी मानना है कि बिहार में मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद), उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी (सपा) से अपने निष्कासित नेता तेज प्रताप यादव को 'समायोजित' करने के लिए कह सकता है.
यह बोले ओपी राजभर
राजभर आगामी चुनाव में अपनी पार्टी की संभावनाओं का जायजा लेने के लिए बिहार आए थे. उन्होंने कहा, 'मेरी पार्टी को राजभर, राजवंशी, लोहार और अन्य अति पिछड़ी जातियों का अच्छा-खासा समर्थन प्राप्त है, जिन्हें अब तक बिहार में उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिला है.
हमारे समर्थन से भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के नेतृत्व वाले गठबंधन को पिछले साल हुए उपचुनाव में भारी जीत हासिल करने में मदद मिली, जबकि कुछ महीने पहले ही लोकसभा चुनाव में उसका प्रदर्शन उम्मीद से कम रहा था.'
बिहार चुनाव में हिस्सेदारी पर क्या बोले राजभर?
राजभर ने कहा, 'हम भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के संपर्क में हैं. उन्होंने वादा किया है कि हमें बिहार विधानसभा चुनाव में सम्मानजनक हिस्सेदारी मिलेगी. हम राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी के रूप में लड़ना पसंद करेंगे, लेकिन जरूरत पड़ने पर अकेले लड़ने से भी नहीं हिचकिचाएंगे. 100 से ज्यादा सीट पर हमारी मजबूत उपस्थिति है.
हम इनमें से 20 से अधिक सीट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं.'पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान राजग में वापसी के बाद उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में शामिल हुए राजभर ने विपक्ष के इस आरोप पर कड़ी आपत्ति जताई कि बिहार में मतदाता सूची में गड़बड़ी का मकसद भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन की 'मदद' करना है.
विपक्ष पर लगाए ये आरोप
उन्होंने कहा, 'विपक्ष गलत सूचना फैला रहा है. अगर ऐसे मतदाताओं के नाम हैं जिनकी मृत्यु हो गई है या जो कहीं और चले गए हैं, तो कोई कारण नहीं है कि उनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए जाएं.'
राजभर ने आरोप लगाया, 'बिहार में विपक्ष को शायद फर्जी मतदाताओं के दम पर विधानसभा चुनाव जीतने की उम्मीद थी. ऐसी अनियमितताओं के खत्म होने के बाद यह विकल्प बंद हो गया है. इसलिए वे इतना शोर मचा रहे हैं.'
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Source: IOCL























