UP News: महज 50-100 रुपये का आर्थिक दंड न देने के कारण जेल में बंद थे कैदी, अब हुई रिहाई
UP Politics News: उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव द्वारा एक फोटो शेयर कर सरकार से सवाल किया था. अब इसका जवाब जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने दिया है.

UP News: उत्तर प्रदेश के कारावास में बंद गंभीर बीमारी से पीड़ित और उम्रदराज कैदियों की लिस्ट तैयार कराने के सरकार के फैसले पर जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति (Dharmaveer Prajapati) ने कहा यह सरकार का अच्छा कदम है. कई बार यह देखने को मिला है कि ऐसे कैदी जेल में बंद है जिनकी सजा पूरी हो चुकी है. यह सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) जी का अच्छा प्रय़ास है.
जेल मंत्री ने कहा कि एक साल में 384 कैदी अलग-अलग जेलों से छोड़े गए हैं और उनका अर्थदंड 18 लाख से ज्यादा रहा है. इनमें 113 बंदी ऐसे हैं जिनका अर्थदंड 1000 रुपये से कम था. किसी का 100 तो किसी का 200 और किसी का 50 रुपये थे. यह बात जब सामने आई तो समाजसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर इन सभी लोगों को छोड़ा गया है. यह एक निरंतर प्रक्रिया है. वहीं, अब्बास अंसारी और निकहत अंसारी के जेल में गुपचुप तरीके से मिलने के मामले में धर्मवीर प्रजापति ने कहा, 'यह जब घटना सामने आई तो जो लोग संलिप्त हैं उनको सस्पेंड किया, उनके खिलाफ एफआईआर हुई. कई लोग गिरफ्तार हुए,अभी जांच चल रही है.'
अखिलेश के सवाल का भी दिया जवाब
अतीक अहमद को यूपी की जेल में शिफ्ट किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर धर्मवीर प्रजापति ने कहा, 'जहां उत्तर प्रदेश की जनता की सुरक्षा का सवाल है दोबारा उत्तर प्रदेश की जनता ने हमें सत्ता दी है. उनकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में है. उनकी सुरक्षा के हित में माफियाओं के प्रति हमें जो करना होगा वह करेंगे. जेल में माफिया राज नहीं चलेगा किसी भी कीमत में नहीं चलेंगा.' वहीं अखिलेश यादव द्वारा ट्वीट की गई एक फोटो पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए प्रजापति ने कहा, 'उपमुख्यमंत्री गायब नहीं थे, कहीं ना कहीं कोई ना कोई कार्यक्रम की व्यस्तता रही होगी. ऐसा नहीं है कि कोई जानबूझकर कोई अनुपस्थित रहा हो. हमारे मंत्री और विधायक के पास संगठन की भी जिम्मेदारी रहती है. किसी न किसी कार्यक्रम में उनकी व्यस्तता रही होगी ऐसा नहीं है कि कोई मतभेद है. ऐसा कुछ भी नहीं है.
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