Kaushambi News: फर्जी दस्तावेजों पर लोन से मना किया तो बैंक मैनेजर पर किया एसिड अटैक, 9 आरोपी गिरफ्तार
Kaushambi News: यूपी के कौशांबी में महिला बैंक मैनेजर पर एसिड अटैक मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. ये सभी फर्जी दस्तावेजों पर लोगों को लोन दिलाने का काम करते थे.

Kaushambi News: यूपी के कौशांबी (Kaushambi) में 8 अगस्त को महिला बैंक मैनेजर (Bank Manager) पर एसिड अटैक (Acid Attack) मामले में पुलिस ने 7 अन्य साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. दो दिन पहले ही पुलिस मुठभेड़ (Police Encounter) में दो लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. गिरफ्तार आरोपी महिला बैंक मैनेजर पर फर्जी दस्तावेजों के आधार से लोन (Loan) दिलाने का दबाव बना रहे थे. लेकिन जब बैंक मैनेजर ने लोन पास करने से इंकार कर दिया तो फर्जी दस्तावेजों पर लोन दिलाने और बकाया ना जमा करने से बचने के लिए आरोपियों ने महिला बैंक मैनेजर पर एसिड फेंकने की योजना बनाई. पुलिस ने इस मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
बैंक मैनेजर पर एसिड से हमला
ये मामला चरवा थाना क्षेत्र के सैयद सरावा स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच का है. यहां पर दीक्षा सोनकर बतौर मैनेजर नियुक्त हैं. तैनाती के कुछ दिन बाद से ही नटका क्षेत्र में रहने वाले रामचंद्र पासी मैनेजर को प्रलोभन एवं दबाव बनाकर फर्जी दस्तावेजों पर लोन पास कराना चाहता था. रामचन्द्र इसी बैंक में बतौर बैंक मित्र काम कर रहा था. दीक्षा सोनकर को रामचंद्र की गतिविधियां संदिग्ध लगी. इसके अलावा पुराने लोन की फाइल में गड़बड़ी की आशंका हुई तो उन्होंने पुराने लोन की फाइल चेक की. इसमें कई ऐसे लोन लेने वाले लोग मिले, जिन लोगों ने सालों से किश्त ही नहीं जमा की थी. जिसके बाद उन्होंने बैंक से बकायेदारों को नोटिस जारी करना शुरू कर दिया.
फर्जी दस्तावेजों पर लोन देने से किया था इनकार
बैंक से नोटिस मिलते ही जालसाजों में खलबली मच गई. खुद को फंसता देख घटना में शामिल मास्टरमाइंड रामचंद्र ने 5 अगस्त को बकायेदारों और अपने 8 साथियों के साथ मैनेजर के ऊपर एसिड अटैक की योजना बना ली. ताकि मैनेजर डरकर बैंक से चली जाए या फिर अपना ट्रांसफर करवा लें. इन लोगों ने 6-7 अगस्त को मैनेजर की रेकी की. 8 अगस्त को जब दीक्षा सोनकर अपने स्कूटी से बैंक आ रही थी, तभी रास्ते में चिल्ला शाहबाजी के पास नकाबपोश बाइक सवारों दिलीप और मानसिंह ने उनपर एसिड फेंक दिया, जिससे वो झुलस गईं.
पुलिस अधीक्षक ने किया मामले का खुलासा
पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया इस मामले की जांच के लिए चायल सीओ, एसओजी एवं चरवा पुलिस को दी गई थी. जिसके बाद घटना में शामिल दिलीप एवं मानसिंह को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के बाद इन्होंने बताया कि ये लोग क्षेत्र में फर्जी तरीके से लोन दिलाने का काम कर रहे थे. लेकिन जब से दीक्षा सोनकर की बैंक में तैनाती हुई उन्होंने फर्जी दस्तावेजों पर लोन देने से मना कर दिया. इसके अलावा उन्होंने कई फाइलों को चेक किया तो बकायेदारों की लंबी लिस्ट निकल आई. इनमें कार लोग, पर्सनल लोन शामिल थे.
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घटना में शामिल 9 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक बकायेदारों ने कई सालों से लोन की एक भी किश्त नहीं जमा की थी. जिसके बाद बैंक मैनेजर ने उन्हें नोटिस जारी किए. जिससे नाराज होकर उन्होंने बैंक मैनेजर पर एसिड अटैक करने की योजना बनाई, ताकि वो डर कर चली जाए और फिर से वो लोग फर्जी दस्तावेजों पर लोन का दिलाने का काम कर सके.
पुलिस इस मामले में मास्टरमाइंड रामचंद्र पासी, धर्मेंद्र कुमार, विनोद कुमार, संतलाल, लवकेश, आजम एवं औसाफ को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से 7 मोबाइल फोन, एक तेजाब फेंकने की मोबी आयल डिब्बी एवं दो बाइक बरामद हुई. इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है. घटना में कई बकायेदार भी शामिल हैं.
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Source: IOCL























