'कांवड़ियों को आतंकवादी...', CM योगी के इस बयान पर भड़क उठे कांग्रेस नेता उदित राज
Kanwar Yatra Controversy: सीएम योगी की कांवड़ यात्रा पर टिप्पणी पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि कोई कांवड़ियों को आतंकवादी नहीं कह रहा, कुछ लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं. उनका पुलिस वेरिफिकेशन हो.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 'कांवड़ यात्रा' पर दी गई टिप्पणी पर कांग्रेस नेता उदित राज ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उदित राज ने कहा कि कोई भी कांवड़ियों को आतंकवादी नहीं कह रहा है, यह बात केवल योगी आदित्यनाथ खुद कह रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि कुछ कांवड़िए आस्था की आड़ में गुंडागर्दी कर रहे हैं और समाज में डर का माहौल बना रहे हैं.
कांवड़ियों को कोई आतंकवादी घोषित नहीं कर रहा- उदित
उन्होंने आगे कहा, "ऐसा तो कोई आतंकवादी घोषित नहीं कर रहा है, कांवड़ियों को. पता नहीं कहां से योगी आदित्यनाथ को लग रहा है. लेकिन इतना जरूर है कि जरा सा भी गाड़ी छू भी दे रही है, कार छू दे रही है, ऑटो या दोपहिया उसको तोड़ डाल रहे हैं, कांवड़िए मार रहे हैं और गाड़ी के अंदर से खींच करके पूरे परिवार को पीट रहे हैं."
"कांवड़ को बदनाम कर रहे लोग"
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि कांवड़ यात्रा के नाम पर कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास हो रहा है. उन्होंने कहा कि "कुछ लोग है जो सरकार की संपत्ति जो रेलिंग है, बैरिकेड उसको तोड़ रहे हैं. दुकानों-दुकानदार को पैसा नहीं दे रहे हैं, लोगों को अनावश्यक पीट रहे हैं. ये आस्था वाले तो नहीं हो सकते. कांवड़ जैसे पवित्र त्योहार या अवसर को बदनाम करने वाले लोग भी हैं इसमें."
सभी का हो पुलिस वेरिफिकेशन- उदित राज
कांग्रेस नेता उदित राज ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "अगर कुछ लोग कांवड़ यात्रा की आड़ में उपद्रव कर रहे हैं, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं, तो ऐसे हालात में जरूरी है कि कांवड़ यात्रा की पवित्रता बनी रहे. इसके लिए पुलिस वेरिफिकेशन होना चाहिए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि ये लोग किस पृष्ठभूमि से आते हैं और उनका उद्देश्य क्या है. धार्मिक आस्था के नाम पर अराजकता किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं हो सकती."
कांग्रेस नेता ने यह साफ करने की कोशिश की कि वे कांवड़ यात्रा या उसके श्रद्धालुओं के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन यात्रा के नाम पर जो अराजकता और हिंसा हो रही है, उस पर सख्ती जरूरी है. उनका मानना है कि यात्रा की पवित्रता बनाए रखने के लिए प्रशासन को सक्रिय होना चाहिए और ऐसे तत्वों की पहचान कर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.

