Lok Sabha Election 2024: एक राह पर सपा और BJP, बागियों के भरोसे दोनों की नाव, मैदान में मायावती के करीबी
UP Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की जौनपुर सीट पर बीएसपी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. जबकि दूसरी ओर समाजवादी पार्टी और बीजेपी ने दूसरे दलों से आए नेताओं पर भरोसा जताया है.

Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने रविवार को अपने प्रत्याशियों की एक और लिस्ट जारी कर दी. सपा ने इस लिस्ट में सात उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है. सपा की इस लिस्ट में सबसे ज्यादा चर्चित नाम बाबू सिंह कुशवाहा का है. पार्टी ने जौनपुर लोकसभा सीट से उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है. अब उनका मुकाबला बीजेपी के प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह से होगा.
दरअसल, सपा और बीजेपी ने जौनपुर लोकसभा सीट से अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर दिया है. दोनों ही पार्टियों ने दूसरे पार्टी से आए हुए नेताओं पर भरोसा जताया है. हालांकि सपा के फैसले और लिस्ट आने के बाद सबसे बड़ा झटका बाहुबली धनंजय सिंह की उम्मीदों को लगा है. सपा ने उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया है.
कौन हैं बाबू सिंह कुशवाहा
सपा ने इस लिस्ट में जौनपुर से बीएसपी के कद्दावर नेता बाबू सिंह कुशवाहा को भरोसा जताया है. बाबू सिंह कुशवाहा अभी जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और यह पार्टी इंडिया गठबंधन में शामिल है. अब इसी गठबंधन के तहत उन्हें सपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है. बसपा की सरकार में ताकतवर मंत्री और कभी मायावती के करीबी रहे बाबू सिंह कुशवाहा लंबे वक्त से राजनीति में चर्चा का विषय रहे हैं.
बीते दिनों ही उनकी 'ऑपरेशन बाबू साहब 2' 35 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति आयकर विभाग ने जब्त की थी. उनपर आरोप है कि सीबीआई और ईडी ने बाबू सिंह कुशवाहा के खिलाफ कार्रवाई तेज तो उन्होंने आनन-फानन में अपनी संपत्तियों को फर्जी तरीके से बेचने की साजिश रच डाली थी. इसके अलावा उनके ऊपर एनआरएचएम घोटाले का आरोप लगा है.
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कौन हैं कृपाशंकर सिंह
हालांकि दूसरी ओर बीजेपी ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह को टिकट दिया है. कृपाशंकर सिंह साल 2021 में बीजेपी ज्वाइन की थी, जबकि इससे पहले वह कांग्रेस में थे. जौनपुर के रहने वाले कृपाशंकर सिंह राजपूत समाज से आते हैं. वह जम्मू-कश्मीर को लेकर कांग्रेस की नीति के खिलाफ जाकर बीजेपी में शामिल हुए थे.
खास बात यह है कि 2004 में वह महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार में मंत्री बनाए गए थे और तब वह मुंबई के सांताक्रुज सीट से विधायक बने थे. साल 2008 से 2012 के बीच वह मुंबई में कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे चुके हैं. हालांकि बीजेपी में आने के बाद उन्हें गुजरात विधानसभा चुनाव में दस जिलों का प्रभारी बनाया गया था.
जबकि अब जौनपुर से बीएसपी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं. इस सीट पर बीएसपी के श्याम सिंह यादव सांसद हैं और सूत्रों की मानें तो फिर से बीएसपी उन्हें आपना उम्मीदवार बना सकती है. हालांकि बीते दिनों के दौरान कांग्रेस और सपा के साथ उनकी नजदीकियां काफी चर्चा में रही है.
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