UP Politics: ओम प्रकाश राजभर का अखिलेश यादव पर जोरदार हमला, पिछड़ों को लेकर याद दिलाई पुरानी बातें
UP Politics: ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि सपा खुद अति पिछड़ों की दुश्मन हैं. सपा ने ही प्रमोशन में आरक्षण खत्म किया, सिर्फ एक जाति को आगे बढ़ाने की राजनीति की, बाकियों जातियों की फिक्र नहीं की.

Om Prakash Rajbhar: सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर जोरदार हमला किया है. पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि अखिलेश यादव आपको राजनीति का व्यापारी कहते हैं तो राजभर ने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यूपी में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की चार बार सरकार रही है. उन्होंने चार बार व्यापार किया है. पूरे प्रदेश में सपा के लोगों को गुंडाराज की संज्ञा दी जाती है. आज भी सपा से ये मुहर हटी नहीं है. उनके साथ हम भी रह चुके हैं कौन सा व्यापार किए हैं. उन्होंने दुनिया को धोखा दिया और हमे भी धोखा दिया है.
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी अति पिछड़ो की दुश्मन हैं. हक की बात करें तो प्रमोशन में आरक्षण किसने खत्म किया, समाजवादी पार्टी ने. इसमें राजभर का बिजनेस क्या था? 4 सितंबर 2013 को हाईकोर्ट ने आदेश दिया जो 27 पर्सेंट पिछड़ों को आरक्षण लागू है, जो 12 जाति उसका लाभ ले रही हैं बांट करके सभी जातियों को उसका लाभ दिया जाए ये उन्हें नहीं दिखाई दे रहा है, क्योंकि हाई कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को आदेश दिया था उस वक्त मुख्यमंत्री अखिलेश यादव थे तब उन्हें ये बात इन्हें समझ में नहीं आई.
राजभर ने इन बातों पर उठाया सवाल
राजभर ने कहा कि जब पुलिस की भर्ती हुई, तब पुलिस लाइन तोड़ी जा रही थी उस वक्त कौन व्यापार कर रहा था. बनारस का पुलिस लाइन रात को तोड़ दी गई. इटावा से सपा के लोगों को भर्ती कर दिया गया, वाराणसी मंडल के लोग नहीं हुए. कोई थाना बता दो जहां पर यादव समाज का सिपाही ना हो. एक जाति की पार्टी बनाकर आ गए हैं प्रदेश में जो अन्य पिछड़ा और अति दलित समाज है जो इन्हें वोट दिया है ये जब उसके नहीं हुए तो और किसी के क्या होंगे.
कानपुर अग्निकांड पर क्या बोले राजभर
ओम प्रकाश राजभर से जब कानपुर में मां-बेटी की मौत पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सरकार की भू-माफियाओं के खिलाफ जो पॉलिसी है उसकी चपेट में कुछ अधिकारी वाहवाही लूटने में लगे हैं. बाबा साहब अंबेडकर के द्वारा कानून बनाया गया है, उस कानून में समय-समय पर संशोधन होते रहते हैं उसमें लिखा गया है कि यदि किसी भूमिहीन को हटाना है पहले उसके बसने की जमीन की व्यवस्था कराई जाए. उसके बाद उसे नोटिस दिया जाए और उसके बाद खाली कराया जाए. बावजूद इसके कुछ अधिकारी वाहवाही लूटने के लिए इस तरह की कार्रवाई करते हैं जिस का ये नतीजा रहा है.
शिवपाल यादव ने पिछले दिनों बयान दिया था कि भाजपा विपक्ष को खत्म करना चाहती है इस पर राजभर ने कहा कि वो तो खुद ही दुश्मन हैं. यादवों को छोड़कर शेष जातियां प्रदेश में पाई जाती है, किस जाति को आगे बढ़ाने का काम किया हैं. अगर वो दुश्मन हैं तो सपा-बसपा सभी एक क्यों नहीं हो जाते.
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