नोएडा: लंदन में जमीन दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, मामले में 3 गिरफ्तार
नोएडा में साइबर क्राइम पुलिस ने लंदन में करोड़ो की जमीन दिलाने के नाम पर 60 लाख की ठगी करने वाले गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है.

नोएडा के थाना सेक्टर 36 साइबर क्राइम पुलिस ने लंदन में करोड़ो की जमीन दिलाने के नाम पर 60 लाख की ठगी करने वाले गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 3 डेबिट कार्ड और अन्य सामान बरामद किया है. इसके साथ ही पुलिस ने इनके पास से मिले 25 बैंक खातों में लगभग 13 लाख रुपए फ्रीज कर दिए हैं.
दरअसल, पुलिस ने बताया कि गौर सिटी निवासी तरुण ने शिकायत की थी कि, उनके मेल पर यूनाइटेड किंगडम के एडवोकेट ब्रूज एडी के नाम से एक मेल आया है. इस मेल में उन्हें बताया गया कि उनके नाम का एक व्यक्ति जिसकी एक सड़क दुर्घटना में सपरिवार मौत हो गई है. ठगों द्वारा किए मेल में ये दावा किया गया कि वो तरुण को मृत व्यक्ति का नॉमिनी बना देंगे जिसमें मृत व्यक्ति के बैंक खाते में 12.5 मिलियन पाउंड है जिसे तरुण के खाते में ट्रांसफर करवा दिया जाएगा जिसके बदले वो उसका 50% ब्रूज एडी (ठग) को देने होंगे.
ठगा महसूस होने पर की शिकायत
उसके बाद पीड़ित तरुण के पास यूनाइटेड किंगडम अटॉर्नी के मेल आईडी से एक मेल आया जिसमे नैटिकस बैंक के फंड रिलीज फार्म भरने को कहा गया. उसके बाद नैटिकस बैंक से मेल आया कि पूरा फंड मुंबई आरबीआई में जमा करवा दिया गया जिसके बाद आरबीआई विदेशी मुद्रा विनियम विभाग देहरादून से तरुण को मेल आने लगे. ठगों ने तरुण से लंदन की जमीन की रजिस्ट्री कराने के नाम पर और विदेशी करेंसी बंदलने और कस्टम ड्यूटी के नाम पर 25 बैंक खातों में लगभग 60 लाख रुपए जमा करवा लिए. वहीं, इस सबके बाद खुद को ठगा महसूस होने पर उन्होंने बिसरख थाने में मुकदमा दर्ज करवा उसके बाद केस साइबर क्राइम को ट्रांसफर कर दिया गया है.
3 गिरफ्तार, फरार आरोपियों की तलाश जारी- पुलिस
साइबर पुलिस ने बताया कि घटना के शिकायत के बाद आज ठगी करने वाले गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अभियुक्त अकिलिद्दुन, अनीश और अस्लीम ने पूछताछ में बताया कि ये तीनों साइबर ठगों को अपना खाता उपलब्ध करवाते थे जिसके बदले इन्हें ठगी किये पैसों में से कुछ हिस्सा मिलता था. पुलिस ने बताया कि इस घटना में पहले भी तीन लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. फिलहाल अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही हैं.
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Source: IOCL






















