'उसका फोन छीनो...', भत्ते को लेकर सवाल पूछने कर्मचारी को पड़ा भारी, HR टीम ने की मारपीट
UP News: कर्मचारी ने कहा कि एचआर टीम ने मुझे बिना किसी कारण के नौकरी से निकाल दिया, काम के बदले मिलने वाले भत्ते से इनकार कर दिया और कार्यालय में मेरे साथ मारपीट की.

नोएडा की एक निजी कंपनी के पूर्व कर्मचारी ने आरोप लगाया है कि जब उसने सेवा भत्ते को लेकर सवाल किया तो कंपनी की मानव संसाधन (एचआर) टीम के सदस्यों ने उसके साथ मारपीट की. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. यह घटना कथित रूप से 19 सितंबर को कंपनी के कार्यालय में हुई. पीड़ित कर्मचारी ने सोशल मीडिया मंच ‘रेडिट’ पर एक विस्तृत पोस्ट में अपनी आपबीती साझा की, जिसके बाद कार्यस्थल की नैतिकता और कर्मचारियों के अधिकारों को लेकर बहस शुरू हो गई.
कर्मचारी ने लिखा, ‘‘एचआर टीम ने मुझे बिना किसी कारण के नौकरी से निकाल दिया, काम के बदले मिलने वाले भत्ते से इनकार कर दिया और कार्यालय में मेरे साथ मारपीट की. मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. अब मुझे सलाह चाहिए कि आगे क्या कदम उठाऊं.’’ उसने दावा किया कि जब वह सेवा भत्ते पर चर्चा करने एचआर टीम के पास गया, तो उनसे कहा गया, ‘‘हम कोई जवाब नहीं देंगे. तुम्हें नौकरी से निकाल दिया गया है. जहां चाहो शिकायत कर लो.’’
पूर्व कर्मचारी ने आरोप लगाया कि जब उसने दोबारा बातचीत करने की कोशिश की और इस बार बातचीत को मोबाइल फोन में रिकॉर्ड करने लगे तो एचआर टीम के एक सदस्य ने चिल्लाते हुए कहा, ‘‘उसका फोन छीनो!’’ इसके बाद, उन्हें जबरदस्ती रोका गया. उन्होंने पोस्ट में कहा, ‘‘मेरा दाहिना हाथ मरोड़ दिया गया, मुझे तेज दर्द हो रहा था और सच कहूं तो मैं बेहद अपमानित महसूस कर रहा था.’’
पुलिस ने एचआर टीम को थाने बुलाया
पीड़ित ने बताया कि बाद में पुलिस को बुलाया गया और उन्हें सेक्टर-168 की पुलिस चौकी ले जाया गया, जहां उन्होंने वीडियो साक्ष्य के साथ एक लिखित शिकायत दर्ज कराई. पोस्ट में यह भी कहा गया, ‘‘पुलिस ने एचआर टीम को थाने आने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने आने से इनकार कर दिया. अब मैं अधर में हूं – न तो सेवा समाप्ति भत्ता मिला, न ही कोई औपचारिक जवाब और ऊपर से मेरे साथ मारपीट की गई.’’
पुलिस आरोपों की कर रही है जांच
एक्सप्रेसवे थाना क्षेत्र के सेक्टर-168 पुलिस चौकी के प्रभारी ने पुष्टि की कि शिकायत प्राप्त हुई है और आरोपों की जांच की जा रही है. इस बीच, सोशल मीडिया पर कई उपयोगकर्ताओं ने इस मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं. कुछ ने पूर्व कर्मचारी को सलाह दी कि वह वीडियो सार्वजनिक करे, जबकि अन्य ने कानूनी कार्रवाई करने की सलाह दी.
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