आर्मी में नहीं मिली नौकरी तो बन बैठा शातिर ठग, मुजफ्फरनगर पुलिस ने किया गिरफ्तार
UP News: मुजफ्फरनगर पुलिस बागपत के बामनोली निवासी शातिर साइबर ठग को गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से सिम, एटीएम और पासबुक सहित पांच करोड़ के लेनदेन की बात सामने आई है.

मुजफ्फरनगर क्राइम पुलिस ने बामनोली गांव निवासी अंकित तोमर नाम के युवक को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने भोले-भाले ग्रामीणों को लालच में लेकर बैंक खाते खुलवाए, उनकी बैंक किट्स ₹25–30 हजार में खरीदी, और इन किटों को कोरियर के ज़रिए गुजरात, तमिलनाडु व बेंगलुरु में बैठे साइबर ठगों को पहुंचाया गया.
आलाधिकारी की माने तो पुलिस की गिरफ्त में आए अंकित के पास से 26 सिम कार्ड, 32 एटीएम / डेबिट कार्ड, 5 मोबाइल फोन, बैंक पासबुक, चेक बुक, नगदी और एक व्यक्तिगत डायरी मिली है. इस डायरी में खोलवाए गए सैकड़ों खातों का ब्यौरा, फर्जी बिल बुक और स्टाम्प मोहरें, फर्जी आधार कार्ड भी मिला है.जांच में पता चला है कि इन खातों से अब तक 79 शिकायतें दर्ज हैं, पांच करोड़ से अधिक ट्रांज़ैक्शन अप्रूवल हुआ है.
भोले-भाले लोगों को बनाता था शिकार
एसपी क्राइम इंदु सिद्धार्थ ने बताया कि अंकित तोमर (26) निवासी बागपत बामनोली को पकड़ा गया है. पूछताछ में पता चला है कि आरोपी फ्रॉड के लिए गरीबों और भोले-भाले लोगों के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करता था. साइबर ठग का गुजरात, तमिलनाडु, बेंगलुरु कनेक्शन सामने आया है. पुलिस की जांच में केल्विन नाम के व्यक्ति का नाम सामने आया है, जिसकी तफ्तीश की जा रही है.
अलग- अलग दर पर खरीदता था खाता
पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी तीन तरह के ( सेविंग खाता, चालू खाता और जीएसटी अकाउंट) खातो को खरीदता था, इसके लिए सभी खातों का अलग-अलग रेट निर्धारित था. जांच में यह भी सामने आया है कि इसी पैसों से इसने एक ग्रेड आइटम गाड़ी खरीदी है, वह भी बरामद की गई है. साथ ही 2500 नकदी बरामद की गई है.
आर्मी की तैयारी कर रहा था आरोपी
पुलिस ने आरोपी के पास मिली डायरी में मौजूद खातों को खंगाला तो एनसीआर पोर्टल पर 79 शिकायत दर्ज पाई गई हैं. पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी 12वीं पास है, वह आर्मी की तैयारी कर रहा था. आरोपी ने पुलिस को बताया कि कोविड के समय में वैकेंसी नहीं आई, उसकी उम्र निकल गई, उसके बाद से यह इसमें ही लिप्त है.
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Source: IOCL





















