मोहन भागवत के बयान पर मौलाना यासूब की प्रतिक्रिया, कहा- विदेशी ताकतों का हाथ...
ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने मंदिर-मस्जिद विवाद के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ बताया और कहा कि इसके पीछे हमारे पड़ोसी मुल्क की ताकतें काम कर रही है.

Mohan Bhagwat Statement: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत में देश के अलग-अलग हिस्सों से मंदिर-मस्जिद विवाद को लेकर नाराजगी जताई और कहा कि ये सब बंद होना चाहिए कुछ लोग राजनीति चमकाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. मोहन भागवत के इस बयान पर ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इन विवादों के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ बताया है.
मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि आरएसएस प्रमुख ने मंदिर-मस्जिद को लेकर जो बयान दिया है मैं उसका स्वागत करता हूं क्योंकि हर मस्जिद के नीचे मंदिर तलाश करना, हर मजार के नीचे शिवलिंग तलाश करना एकदम गलत है. ये देश के लिए ठीक नहीं है. इसलिए आरएसएस प्रमुख ने ये बयान देकर मुल्क के अंदर एक अच्छा माहौल पैदा किया है और अब ये सरकारों की जिम्मेदारी है कि वो सख्ती से उन लोगों पर लगाम लगाएं जो अपनी नेतागीरी को चमकाने के लिए कहीं मंदिर , कहीं शिवलिंग और कहीं मूर्ति तलाश करवा रहे हैं.
मौलाना ने बताया विदेशी ताकतों का हाथ
मौलाना ने इन तमाम विवादों के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ बताया और कहा कि मुझे ये लगता है कि इसके पीछे हमारे पड़ोसी मुल्क की ताकतें काम कर रही है. एक तरफ हिन्दू भाईयों से कहती हैं मंदिर ढूंढो दूसरी तरफ मुसलमानों से कहती है कि अल्लाह हू अकबर का नारा लगाओ. बाहर निकला और सदा अल्लाह हू अकबर को बुलंद करो. चाहे हिन्दू करें या मुसलमान करें दोनों ही गलत है क्योंकि इंसानियत ही सबसे ऊपर है.
बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत एक कार्यक्रम के दौरान मंदिर-मस्जिद मुद्दे पर चिंता जताते हुए कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद कुछ लोग इस तरह के मुद्दे उछालकर खुद को हिन्दुओं का नेता साबित करना चाहते हैं. हालांकि उन्होंने इस दौरान किसी का नाम नहीं लिया. वहीं समाजवादी पार्टी ने उनके इस बयान को ड्रामेबाजी बताया और इन सबके लिए बीजेपी और सीएम योगी पर सीधा आरोप लगाया और कहा कि उनके इशारे पर ही प्रशासन मंदिर खोजने में लगा है.
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