Lakhimpur Case: लखीमपुर में दलित बहनों की लाश मिलने पर मायावती बोलीं- अपराधी बेखौफ, कानून व्यवस्था की खुली पोल
यूपी के लखीमपुर (Lakhimpur) में दो बहनों की लाश पेड़ से लटकती हुई मिलने के बाद बसपा (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं.
UP News: यूपी के लखीमपुर (Lakhimpur) में दो बहनों की लाश पेड़ से लटकती हुई बुधवार को मिली है. जिनकी लाश मिली वे दोनों सगी बहने हैं. ये मामला लखीमपुर खीरी के निघासन कोतवाली का है. वहीं इस केस में अब सियासी रंग भी चढ़ने लगा है. पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इस घटना को हाथरस (Hathras) की पुनरावृत्ति बताया है. इसके बाद प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) और संजय सिंह (Sanjay Singh) ने भी सवाल खड़े किए हैं. अब इस घटना पर बसपा (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) की प्रतिक्रिया भी आ गई है.
मायावती ने ट्वीट कर लिखा, "लखीमपुर खीरी में मां के सामने दो दलित बेटियों का अपहरण और दुष्कर्म के बाद उनके शव पेड़ से लटकाने की हृदय विदारक घटना सर्वत्र चर्चाओं में है, क्योंकि ऐसी दुखद और शर्मनाक घटनाओं की जितनी भी निन्दा की जाए वह कम. यूपी में अपराधी बेखौफ हैं क्योंकि सरकार की प्राथमिकताएं गलत है."
उन्होंने कहा, "यह घटना यूपी में कानून-व्यवस्था और महिला सुरक्षा आदि के मामले में सरकार के दावों की जबर्दस्त पोल खोलती है. हाथरस सहित ऐसे जघन्य अपराधों के मामलों में ज्यादातर लीपापोती होने से ही अपराधी बेखौफ हैं. यूपी सरकार अपनी नीति, कार्यप्रणाली और प्राथमिकताओं में आवश्यक सुधार करें."
अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा
इस घटना पर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा, "निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में दो दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया. लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है." इसके साथ सपा प्रमुख ने एक वीडियो भी शेयर किया है.
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, "लखीमपुर (उप्र) में दो बहनों की हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है. परिजनों का कहना है कि उन लड़कियों का दिनदहाड़े अपहरण किया गया था. रोज अखबारों व टीवी में झूठे विज्ञापन देने से कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती. आखिर उप्र में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं? कब जागेगी सरकार?"
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