विद्यालय के नेम प्लेट पर शहीद वीर अब्दुल हमीद का नाम दोबारा लिखा, प्रधानाचार्य ने मांगी माफी
Veer Abdul Hamid School Name Change: शहीद वीर अब्दुल हमीद की याद में जनपद गाजीपुर में उनके गांव के स्कूल का नाम उन्हीं के नाम पर रखा गया. अब इस स्कूल का नाम बदलने को लेकर विवाद शुरू हो गया है.

Ghazipur News Today: परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद ने अपने शौर्य और पराक्रम से 1965 के युद्ध में पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजूबर कर दिए. उन्होंने भारत-पाक युद्ध में अमेरिका निर्मित अजेय समझे जाने वाले पैटर्न टैंक को ध्वस्त करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए. उनका साहस और देश प्रेम आज के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है.
मरणोपरांत वीर अब्दुल हमीद को उनके अदम्य साहस और पराक्रम के लिए 'परमवीर चक्र' से नवाजा गया. देश के लिए किए गए उनके इस बलिदान की याद में उनके नाम पर जनपद में हमीद सेतु का नामकरण किया गया है. गांव धामुपुर के जिस प्राथमिक विद्यालय में वीर अब्दुल हमीद ने पढ़ाई की थी, वहां के रजिस्टर में आज भी उनका नाम अंकित है.
विद्यालय से हटाया शहीद का नाम
इस विद्यालय को उनके नाम से समर्पित करते इसका नामकरण वीर अब्दुल हमीद प्राथमिक विद्यालय धामपुर रखा गया था, लेकिन 3 से 4 दिन पहले उस विद्यालय के बोर्ड से वीर अब्दुल हमीद का नाम मिटाकर पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय लिख दिया गया. जिसको लेकर आम जनमानस के साथ वीर अब्दुल हमीद के परिजनों में काफी नाराजगी देखने को मिली.
जब यह मामला मामला तूल पकड़ने लगा, तब एक दिन पूर्व बेसिक शिक्षा अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी खुद विद्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने विद्यालय पर फिर से परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के नाम लिखे जाने का निर्देश दिए. जिसके बाद अब विद्यालय का नाम वीर अब्दुल हमीद पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय कर दिया गया.
वाराणसी रेलवे विभाग में टीटी के पद पर कार्यरत वीर अब्दुल हमीद के पौत्र जमील आलम जब अपने गांव पहुंचे तो उन्होंने विद्यालय के बोर्ड से अपने दादा का नाम गायब देखा. इस पर उन्होंने प्रधानाचार्य से बात की, जिन्होंने बताया कि विभाग के निर्देश पर विद्यालय को पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय के रूप में चिन्हित किया गया है, इसलिए बोर्ड पर नया नाम लिखा गया है.
पौत्र ने पीएम से किया ये अनुरोध
इसके बाद जमील आलम ने बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव से भी बातचीत की, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला. इससे शहीद पौत्र और उनके परिजनों में काफी निराशा देखने को मिली. शनिवार को जमील आलम ने बताया कि मैं ने इसको लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात की, तो उन्होंने बताया कि पीएम श्री योजना में विद्यालय चयनित होने की वजह से नया नामकरण किया गया है.
जमील आलम ने कहा, "प्रधानमंत्री खुद हमारे दादा परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद का सम्मान करते हैं, उनके नाम पर एक द्वीप का नामकरण भी किया." उन्होंने आगे कहा, "ये सब देखकर मुझे नहीं लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परमवीर चक्र वीर अब्दुल हमीद का नाम विद्यालय से मिटाने की बात सोचते होंगे."
कांग्रेस- सपा ने जताया विरोध
इसको लेकर सियासत भी शुरू हो गई है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने हाल ही में एक वीडियो ट्वीट कर सरकार पर नाम बदलने और शहीदों के नाम तक मिटाने का आरोप लगाए. सोमवार को गाजीपुर के सरजू पांडे पार्क में समाजवादी पार्टी के नेताओं ने धरना प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. उन्होंने विद्यालय के बोर्ड पर दोबारा शहीद वीर अब्दुल हमीद का नाम लिखे जाने की मांग की.
गाजीपुर में शहीद वीर अब्दुल हमीद का नाम हटाने को लेकर मचे राजनीतिक घमासान के बाद सोमवार देर शाम विद्यालय का नाम बदलकर "शहीद वीर अब्दुल हमीद पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय" कर दिया गया. इससे शहीद के परिवार और गांव में खुशी का माहौल है.
प्रधानाचार्य ने मांगी माफी
खंड शिक्षा अधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं थी, क्योंकि उनकी 4 दिन पहले ही यहां तैनाती हुई है. जानकारी मिलते ही उन्होंने तुरंत नाम दोबारा लिखवाने के निर्देश दिए. इतना ही नहीं कार्य पूरा होने तक वह खुद विद्यालय में मौजूद रहे. प्रधानाचार्य अजय मौर्य ने इसे रंगाई-पुताई की गलती बताया और शहीद के परिवार से माफी मांगी.
शहीद वीर अब्दुल हमीद के बेटे जैनुल हसन ने प्रधानाचार्य द्वारा माफी मांगने और विद्यालय पर दोबारा उनके पिता का नाम अंकित होने पर खुशी जताई. उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी से अनुरोध किया कि भविष्य में सभी प्रधानाचार्यों और शिक्षकों को इसकी जानकारी दी जाए, जिससे दोबारा ऐसी स्थिति न आए.
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Source: IOCL





















