फिरोजाबाद में DAP-यूरिया की कोई कमी नहीं, DM ने कालाबाजारी रोकने के दिए सख्त निर्देश
Firozabad News: डीएम रमेश रंजन ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया कि फिरोजाबाद में खरीफ सीजन के लिए उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है. उन्होंने बताया कि जिले में यूरिया और डीएपी की कोई कमी नहीं है.

यूपी में खरीफ सीजन की बुवाई चल रही है. ऐसे में कई जिलों में खाद संकट को लेकर खबरें सामने आ रहीं हैं. इसी क्रम में फिरोजाबाद जनपद में डीएपी और यूरिया की कमी की शिकायतों के बीच डीएम रमेश रंजन ने स्पष्ट किया कि जिले में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है.
किसानों को उनकी जोत, खतौनी, और फसल की जरूरतों के अनुसार यूरिया और डीएपी का वितरण सुनिश्चित किया जा रहा है. प्रशासन ने सहकारी समितियों और निजी विक्रेताओं की कड़ी निगरानी शुरू कर दी है ताकि कालाबाजारी और अव्यवस्था को रोका जा सके.
डीएम रमेश रंजन ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया कि फिरोजाबाद में खरीफ सीजन के लिए उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है. उन्होंने बताया कि जिले में यूरिया और डीएपी की कोई कमी नहीं है. किसानों को उनकी आवश्यकता और खतौनी के आधार पर उर्वरक आवंटित किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस वर्ष 16 जुलाई 2 तक जिले में 12,740 मीट्रिक टन यूरिया और 3,806 मीट्रिक टन डीएपी का वितरण हो चुका है, जो पिछले वर्ष की तुलना में क्रमशः 10,395 मीट्रिक टन यूरिया और 2,370 मीट्रिक टन डीएपी से अधिक है. वर्तमान में जिले में 18,697 मीट्रिक टन यूरिया और 2,990 मीट्रिक टन डीएपी उपलब्ध है.
खाद वितरण को बनाया पारदर्शी
जिलाधिकारी ने किसानों की समस्याओं को सुनने के बाद उर्वरक वितरण की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाया गया है. किसी भी किसान की शिकायत का तत्काल समाधान किया जाएगा. जिले में मिर्च और धान की फसलों के लिए उर्वरकों की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी.
सहकारी समितियों और विक्रेताओं पर कड़ी निगरानी
जिलाधिकारी के नेतृत्व में जिला कृषि अधिकारी, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व), और सभी उपजिलाधिकारियों की टीमें गठित की गई हैं. इन टीमों ने जिले की 167 सहकारी समितियों और निजी बिक्री केंद्रों का निरीक्षण किया. निरीक्षण में पाया गया कि ज्यादातर केंद्रों पर उर्वरकों का वितरण सामान्य रूप से हो रहा है. कई समितियों पर फसलों के लिए संस्तुत उर्वरक मात्रा के बैनर भी लगाए गए हैं. जिन समितियों के सचिव दो समितियों का चार्ज संभाल रहे हैं, वहां रोस्टर बनाकर वितरण कार्य कराया जा रहा है.
लापरवाही पर कार्रवाई
जिलाधिकारी ने उन सचिवों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए जो समितियों पर अनुपस्थित पाए गए. उन्होंने सभी सचिवों और विक्रेताओं को जोत-बही और संस्तुत मात्रा के आधार पर ही उर्वरक वितरण करने के सख्त निर्देश दिए हैं.
खरीफ सीजन में धान और बाजरा की बुवाई
डीएम ने बताया कि फिरोजाबाद में धान की रोपाई 70% और बाजरा की बुवाई 60% पूर्ण हो चुकी है. इन फसलों के लिए फॉस्फेटिक उर्वरकों (जैसे डीएपी) की अधिक आवश्यकता होती है. प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि किसानों को उनकी मांग के अनुरूप उर्वरक मिले. इसके अलावा, मिर्च की फसल के लिए भी बीजों की कालाबाजारी रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं.
डीएम ने कहा कि जिले में मिर्च और धान की फसलों के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं. बीजों की कालाबाजारी को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएग.
किसानों की शिकायतों का त्वरित समाधान
डीएम ने किसानों से अपील की कि वे किसी भी समस्या के लिए सीधे प्रशासन से संपर्क करें. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की शिकायत का तत्काल समाधान किया जाएगा. किसानों को सलाह दी गई कि वे उर्वरक खरीदते समय रसीद अवश्य लें और अधिक कीमत वसूलने की शिकायत को हेल्पलाइन नंबर या जिला कृषि कार्यालय में दर्ज कराएं. सरकार ने यूरिया की 45 किलो की बोरी का मूल्य 266.50 रुपये और डीएपी की 50 किलो की बोरी का मूल्य 1,350 रुपये निर्धारित किया है.
कालाबाजारी पर सख्ती
डीएम ने कालाबाजारी रोकने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं. निजी दुकानों और सहकारी समितियों पर नियमित छापेमारी की जा रही है. जो विक्रेता तय मूल्य से अधिक दाम वसूल रहे हैं या नकली/मिलावटी खाद बेच रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
Source: IOCL























