बिहार में नई सरकार के गठन में BJP ने यूपी के इन नेताओं को दी अहम जिम्मेदारी, 2027 के चुनाव से कनेक्शन
UP Politics: भारतीय जनता पार्टी ने बिहार में नई सरकार के गठन के लिए यूपी के दो बड़े नेताओं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन को जिम्मेदारी दी है.

बिहार में नई सरकार के गठन की कवायद तेज हो गई हैं. बुधवार को एनडीए की बैठक होगी जिसमें विधायक दल का नेता चुना जाएगा. बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार के लिए पर्यवेक्षक टीम का गठन कर दिया है. जिसमें यूपी के नेताओं को अहम जिम्मेदारी दी गई है. इस फैसले को आगामी 2027 के चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा हैं.
बीजेपी ने बिहार में नई सरकार के गठन के लिए जिन तीन नेताओं की पर्यवेक्षक टीम बनाई हैं. इस टीम में दो नेता उत्तर प्रदेश प्रदेश के हैं. इनमें यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति शामिल हैं. इनके अलावा तीसरा नाम राजस्थान के नेता और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का है.
यूपी के इन नेताओं को अहम जिम्मेदारी
बीजेपी पर्यवेक्षक टीम का नेतृत्व केशव प्रसाद मौर्य कर रहे हैं. जबकि साध्वी निरंजन ज्योति और अर्जुनराम मेघवाल को सह पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. केशव मौर्य को जो जिम्मेदारी दी गई है आमतौर पर ये जिम्मेदारी केंद्रीय नेताओं को दी जाती हैं. ऐसे में केशव मौर्य का क़द पार्टी में और बढ़ गया है.
केशव प्रसाद मौर्य ओबीसी जाति से आते हैं उन्होंने यूपी में बीजेपी के पिछड़े नेताओं का सबसे बड़ा चेहरा माना जाती हैं. वहीं साध्वी निरंजन ज्योति भी निषाद जाति की ओबीसी नेता हैं. यूपी के दो ओबीसी नेताओं को इतनी बड़ी जिम्मेदारी देकर बीजेपी ने यूपी के ओबीसी समाज को बड़ा संदेश देने की कोशिश की है.
2027 के चुनाव पर दिखेगा असर
केशव प्रसाद मौर्य बिहार चुनाव के दौरान भी काफी एक्टिव थे, विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने दोनों चरणों में जमकर चुनाव प्रचार किया और कई दिन बिहार प्रवास पर भी रहे. बिहार की प्रचंड जीत के बाद बीजेपी काफी उत्साहित हैं और अब उसकी नज़र बंगाल और यूपी के चुनावों पर टिकी है. बीजेपी अपनी जीत के रथ को इन राज्यों में दौड़ाना चाहती है.
बिहार में ओबीसी नेताओं को जिम्मेदारी देने का बीजेपी का ये फैसला इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि समाजवादी पार्टी लगातार 'पीडीए' के जरिए ओबीसी वोटर्स को साधने में जुटी हुई है. जिसमें 'पी' का मतलब 'पिछड़ा' समाज से हैं. 2024 के चुनाव में सपा ने इस समीकरण के जरिए बीजेपी को पछाड़ दिया था. ऐसे में बीजेपी अब हर कदम को फूंक-फूंक कर रख रही हैं.
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Source: IOCL























