बरेली पोस्टर विवाद में मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, 37 अन्य लोगों के भी नाम
Bareilly Poster Controversy: पुलिस के अनुसार, शहर में कई जगहों पर भीड़ जमा हुई, पुलिसकर्मियों पर पेट्रोल बम फेंके, पथराव और गोलीबारी की तथा दंगा नियंत्रण बंदूक सहित हथियार लूट लिए.

यूपी पुलिस ने बरेली में 26 सितंबर को हुई हिंसा के मुख्य आरोपी मौलवी तौकीर रज़ा और 37 अन्य के खिलाफ एक स्थानीय अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया है. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि बारादरी पुलिस थाने ने इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष रज़ा, उनके करीबी सहयोगी नफीस और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है, जबकि नौ अन्य संबंधित मामलों में जांच जारी है जिनमें भी रजा का नाम शामिल है.
आरोप है कि यह हिंसा 26 सितंबर को ‘‘आई लव मुहम्मद’’ पोस्टर से जुड़े विवाद को लेकर भड़की थी. पुलिस के अनुसार, शहर में कई जगहों पर भीड़ जमा हुई, पुलिसकर्मियों पर पेट्रोल बम फेंके, पथराव और गोलीबारी की तथा दंगा नियंत्रण बंदूक सहित हथियार लूट लिए. इस अशांति में दो दर्जन से ज़्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
उस रात कोतवाली, बारादरी, प्रेमनगर, कैंट और किला पुलिस थानों में 10 मामले दर्ज किए गए थे. कोतवाली और बारादरी में दर्ज दो मुख्य मामलों की जांच बाद में अपराध शाखा को सौंप दी गई थी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने कहा कि बारादरी मामले में गिरफ्तारी के बाद मौलाना तौकीर रज़ा सहित 38 आरोपियों को जेल भेज दिया गया था और जांच पूरी होने के बाद शनिवार को अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया गया.
आर्य ने कहा, ‘‘बाकी मामलों में जांच में तेज़ी लाई जा रही है. अज्ञात आरोपियों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं. सभी पहचाने गए आरोपियों को जेल भेजा जाएगा और किसी भी निर्दोष व्यक्ति को परेशान नहीं किया जाएगा.’’ पुलिस ने बताया कि शुरू में इस मामले में 19 आरोपियों के नाम थे, जबकि जांच के दौरान 55 और नाम सामने आए. इनमें से 38 आरोपियों के खिलाफ सबूतों के साथ आरोप पत्र दाखिल किया गया है. पुलिस ने बताया कि मौलवी तौकीर रज़ा फिलहाल फतेहगढ़ जेल में बंद हैं, जबकि नफीस और कई अन्य आरोपी बरेली जेल में बंद हैं.
Source: IOCL





















