'जिन्हें शब्दों से तकलीफ...', RSS नेता दत्तात्रेय होसबोले के बयान पर यूपी के मौलाना का बयान
UP News: संविधान से धर्म निरपेक्षक और समाजवादी शब्द हटाने के आरएसएस नेता दत्तात्रेय होसबोले के बयान पर मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.

Bareilly News: राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने संविधान से धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी शब्दों को हटाने को लेकर बयान दिया. इसे लेकर अब सियासी बवाल मच गया है. अखिल भारतीय मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने दत्तात्रेय होसबाले के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा, "संविधान में कुछ महत्वपूर्ण शब्द हैं, जैसे 'धर्मनिरपेक्ष' और 'समाजवादी'. इन शब्दों का इस्तेमाल संविधान की शुरुआत में ही किया गया है. इस पर आरएसएस नेता दत्तात्रेय होसबोले का बयान हमें स्वीकार्य नहीं है..."
... तो वह संविधान पढ़ना छोड़ दें- मौलाना
मौलाना ने आगे कहा कि, "संविधान में इन शब्दों से किसी को कोई तकलीफ अगर होती है तो वह संविधान न पढ़ें. वह संविधान की इन लाइनों को छोड़ दे. लेकिन भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाया गया संविधान मुकम्मल है. भारत का संविधान पूरी दुनिया के संविधानों का निचोड़ है.
अपने बयान पर होसबोले जी को करना चाहिये विचार- मौलाना
धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी शब्दों को हटाने के बयान पर मौलाना ने कहा कि, "संविधान से धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी शब्दों को हटाने का मतलब संविधान के असल रूप को हटा दिया जाएगा. इसके बाद धर्म निरपेक्षता और समाज की बात कौन करेगा. अगर ऐसा है तो फिर इन शब्दों को डिक्शनरी से हटा देना चाहिये." मौलाना ने अंत में कहा कि, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले जी को अपने बयान पर विचार करना चाहिये.
आजम खान के मामले पर बोलते हुए मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पर हमला बोला है. आजम खान की पत्नी तंजीम फातिमा ने कहा कि समाजवादी पार्टी से कोई उम्मीद नहीं है. इस पर मौलाना ने कहा, "आजम खान साहब सपा के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. उन्होंने पार्टी को अपने खून-पसीने से सींचा है. मुलायम सिंह यादव को 'मसीह-उल-मुल्क', 'वकार-उल-मुल्क' और 'मुल्ला मुलायम सिंह' जैसी उपाधियाँ आजम खान ने ही दीं."
"आजम खान ने अखिलेश यादव को टीपू से सुल्तान बनाया"
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा, "अखिलेश यादव को 'टीपू' से 'सुल्तान' बनाने का श्रेय भी आजम खान को ही जाता है. लेकिन आज आजम खान की दुर्दशा, उनके परिवार की दयनीय स्थिति और उनके रोजाना के संघर्ष को देखते हुए अगर कोई जिम्मेदार है तो वह अखिलेश यादव हैं. मुश्किल वक्त में जब आजम खान को सहारे की जरूरत थी, तब अखिलेश उनके साथ नहीं खड़े हुए. उन्होंने अकेले ही अपनी लड़ाई लड़ी..."
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Source: IOCL





















