अमरोहा: झूठे रेप केस में फंसाने वाला गैंग बेनकाब, एक दरोगा समेत चार गिरफ्तार
Amroha News: गिरफ्तार आरोपियों में एक पीआरडी जवान, दो हिस्ट्रीशीटर और एक महिला शामिल हैं. गैंग पर आरोप है कि इन्होंने पीड़ित को झूठे रेप केस में फंसाने की धमकी देकर 1 लाख 25 हजार रुपये की उगाही की थी.

उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में झूठे बलात्कार के मुकदमे में फंसाने, बंधक बनाने और जबरन वसूली करने वाले एक संगठित गैंग का पुलिस ने खुलासा किया है. गजरौला पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि हापुड़ जिले के सिंभावली थाने में तैनात एक दरोगा समेत दो आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं.
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों में एक पीआरडी जवान, दो हिस्ट्रीशीटर और एक महिला शामिल हैं. इस गैंग पर आरोप है कि इन्होंने पीड़ित को झूठे रेप केस में फंसाने की धमकी देकर 1 लाख 25 हजार रुपये की उगाही की थी.
यह मामला तब सामने आया जब संभल जिले के एचौड़ा कंबोह थाना क्षेत्र के गांव सलेमपुर सलार उर्फ हाजीपुर निवासी नईम पुत्र अनीस अहमद ने गजरौला थाने में शिकायत दर्ज कराई. नईम ने आरोप लगाया कि उन्हें झूठे दुष्कर्म के मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर बंधक बनाया गया और उनसे जबरन मोटी रकम वसूल ली गई.
क्या था पूरा मामला ?
शिकायत के अनुसार, हापुड़ जिले के सिंभावली थाने में तैनात दरोगा नितिन कुमार वर्मा, दो कांस्टेबल, एक महिला और उनके सहयोगियों ने मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया. आरोप है कि धमकी के जरिए पीड़ित से 1.25 लाख रुपये की वसूली की गई.
चार आरोपी गिरफ्तार
गजरौला पुलिस ने मामले की जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई करते हुए सिंभावली निवासी हिस्ट्रीशीटर खालिद, हिस्ट्रीशीटर दीपक, पीआरडी जवान लाखन और हापुड़ के सिंभावली थाना क्षेत्र के गांव रझेड़ा निवासी महिला कौशर को गिरफ्तार किया.
इस पूरे मामले में हापुड़ के सिंभावली थाने में तैनात दरोगा नितिन कुमार वर्मा और गजरौला रेलवे स्टेशन निवासी नवीन वर्मा फिलहाल फरार हैं. पुलिस उनकी तलाश में दबिश दे रही है.
फरार आरोपियों को जल्द गिरफ्तारी का दावा
एसपी अमित कुमार आनंद ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्तार चारों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि फरार दरोगा समेत अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. एसपी ने यह भी बताया कि पकड़े गए खालिद, दीपक और पीआरडी जवान लाखन के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
पुलिस का कहना है कि यह मामला कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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