अलीगढ़: पति का डेथ सर्टिफिकेट बनवाने गई महिला मृत घोषित, अब काट रही दफ्तरों के चक्कर
UP News: खैर तहसील की रहने वाली सरोज देवी अधिकारियों की मेहरबानी से अब खुद को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही हैं. डेथ सर्टिफिकेट में पति की जगह उन्हे ही मृत दिखा दिया गया.

अलीगढ़ में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. एक महिला अपने पति का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए गई थी लेकिन अधिकारियों ने कागजों में महिला को ही मृत घोषित कर दिया. अब महिला खुद को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही है. वहीं, अब अधिकारी जांच का हवाला देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं.
दरअसल, यह मामला अलीगढ़ जिले के खैर क्षेत्र का है. यहां के गांव चमन नगरिया की निवासी सरोज देवी के पति जगदीश प्रसाद का 19 फरवरी 2000 को निधन हो गया था. उस समय उन्होंने मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन नहीं किया. समय बीतता गया, और 20 से अधिक वर्षों बाद जब उन्हें पेंशन आदि औपचारिकताओं के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ी, तब वे ब्लॉक कार्यालय और ग्राम पंचायत सचिव के पास पहुंचीं.
मृत्यु प्रमाण पत्र में पति की जगह दर्ज था महिला का नाम
फरियादी सरोज देवी बताती हैं कि वर्ष 2020 से 2022 तक उन्होंने ब्लॉक कार्यालय और ग्राम पंचायत सचिव मधुप सक्सेना के यहां सैकड़ों चक्कर लगाए. कई बार दस्तावेज जमा किए, कई बार तस्दीक कराई, पर प्रमाण पत्र जारी नहीं हुआ.
आखिरकार 19 अक्टूबर 2022 को जब प्रमाण पत्र जारी हुआ, तो उसे देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. जिस दस्तावेज में उनके पति का नाम होना चाहिए था, उसमें मृतक के स्थान पर खुद सरोज देवी का नाम दर्ज कर दिया गया था. यानी रिकॉर्ड के अनुसार सरोज देवी “मृत” थीं, और उनके पति “जीवित”.
हर बार अधिकारियों से मिला सिर्फ आश्वासन
यह एक मामूली लिपिकीय भूल नहीं, बल्कि एक ऐसी गलती थी, जिसने एक जीवित महिला को कागजों में “मृत” कर दिया. गलत प्रमाण पत्र बनने के बाद सरोज देवी ने तत्काल ब्लॉक और पंचायत सचिव से इसे ठीक करने की गुहार लगाई. लेकिन “प्रक्रिया चल रही है”, “जांच होगी”, “फाइल भेज दी है” जैसे आश्वासन के अलावा उन्हें कुछ नहीं मिला.
सरोज देवी का कहना है कि यह गलती सिर्फ प्रमाण पत्र बदल देने की नहीं है, बल्कि उनके जीवन के हर क्षेत्र पर असर डाल रही है. वे अपने अधिकारों से वंचित हैं और कई जरूरी दस्तावेज़ अपडेट नहीं करा पा रही हैं.
संपूर्ण समाधान दिवस में लगाई गुहार
लगातार दफ्तरों की दहलीज पर बैठने के बाद भी जब समाधान नहीं हुआ तो 15 नवंबर 2024 को संपूर्ण समाधान दिवस में सरोज देवी ने अपना प्रार्थना पत्र एसडीएम को सौंपा. उन्होंने अधिकारियों को बताया कि उनके पति का मृत्यु प्रमाण पत्र गलत बना है और उनके नाम को मृतक के रूप में दर्ज कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि यह त्रुटि इतनी बड़ी है कि इसका असर उनकी पूरी जिंदगी पर पड़ रहा है और तत्काल सुधार किया जाना आवश्यक है.
एसडीएम ने दिया जांच का आदेश
संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायत सुनने के बाद एसडीएम खैर शिशिर कुमार सिंह ने मामले को गंभीर मानते हुए कहा“महिला द्वारा दिया गया प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ है. पंचायत सचिव से जांच कराकर ब्लॉक खैर को निर्देशित किया गया है कि प्रकरण का अति शीघ्र निस्तारण कराया जाए.”
Source: IOCL






















