Video: 'मेरे फूफा शिक्षा मंत्री हैं', लेट पहुंची नेताजी की भतीजी को नहीं मिली एग्जाम सेंटर में एंट्री, वीडियो वायरल
Viral Video: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की भतीजी को द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में देरी के कारण प्रवेश नहीं मिला. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

Rajasthan News: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक बार फिर अपने पद की गरिमा और कर्तव्यनिष्ठा की अनोखी मिसाल पेश की है. द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती (Secondary Teacher) परीक्षा के दौरान उनकी भतीजी को एग्जाम सेंटर पहुंचने में आधे घंटे की देरी हो गई, लेकिन मंत्री ने किसी भी तरह की पैरवी करने से साफ इनकार कर दिया. ये घटना सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है, जिसे देखने के बाद लोग शिक्षा मंत्री की खूब तारीफ कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
ये घटना राजस्थान के बारां जिले के एक परीक्षा केंद्र पर घटी, जहां द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जा रहा था. मंत्री मदन दिलावर की भतीजी सीमा परिहार, जो उनके साले की बेटी हैं. उनको GK के पेपर के लिए रविवार (7 सितंबर) को एग्जाम देना था, लेकिन किसी कारण वह एग्जाम में आधे घंटे देर से पहुंची तो गेट पर ही उन्हें अदंर जाने से मना कर दिया गया.
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क्योंकि एग्जान रूल के मुताबिक समय के बाद किसी भी स्टूडेंट को अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं है. सीमा ने अधिकारियों से बार-बार अनुरोध किया और कहा कि उसे अंदर जाने दें.
मंत्री मदन दिलावर ने फोन पर क्या कहा?
सीमा बहुत देर तक गेट पर गुहार लगाती रही, लेकिन अधिकारियों ने उसे अंदर जाने नहीं दिया. फिर सीमा ने उन्हें यहां तक कहा कि मेरे फूफा शिक्षा मंत्री मदन दिलावर हैं. वह करीब आधे घंटे तक गेट पर खड़ी होकर गिड़गिड़ाती रही, लेकिन उसे अंदर नहीं जाने दिया गया. सीमा के माता-पिता भी हाथ-पैर जोड़ते रहे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. सीमा ने फिर भी हार नहीं मानी और अपने फूफा यानी शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को फोन लगा दिया.
उन्होंने मदद की गुजारिश की, लेकिन मंत्री ने साफ मना कर दिया. मंत्री मदन दिलावर ने फोन पर कहा "बेटा नियम सबके लिए एक समान हैं. परीक्षा में बैठने वाले सभी छात्र-छात्राएं मेरे लिए एक समान हैं. कोई विशेष छूट नहीं दी जा सकती". इसके बाद सीमा को वापस घर लौटना पड़ा.
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Source: IOCL























