'तराजू हाथ में लेकर...', बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के बीच 'शायराना जंग'
Rajasthan News: कांग्रेस नेता टीकाराम जूली ने भजनलाल सरकार पर आरोप लगाते हुए राइजिंग राजस्थान को लाइजिंग राजस्थान बताया था. उनके इस बयान से प्रदेश में सियासी वार पलटवार शुरू हो गया.

Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीकाराम जूली ने 'राइजिंग राजस्थान' को लेकर प्रदेश की भजनलाल सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. उन्होंने शायरी के साथ बीजेपी सरकार पर तंज कसा. वहीं इसके जवाब में बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ ने उनपर पलटवार किया. ये सिलसिला आगे बढ़ाते हुए एक बार फिर टीकाराम जूली ने निशाना साधा है.
टीकाराम जूली ने राजेंद्र राठौड़ के एक्स पोस्ट का जवाब देते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "झूठ कहने लगा, सच से बचने लगा, हौंसले मिट गए, तजरबा रह गया. राठौड़ साहब, यह शेर आपके इस कथन पर एकदम सटीक है. राइजिंग राजस्थान में हो रहे घोटाले की बात केवल मैं नहीं कर रहा अपितु राजस्थान के अखबारों में रोज खबरें आ रही हैं जिन्हें दबाने का भी पूरी प्रयास आपकी सरकार करती है. खैर, आपने बजट 2025-26 के स्टेट जीडीपी की साइज के बिन्दु का उल्लेख किया परन्तु 2024-25 में राज्य की अर्थव्यवस्था को लेकर किए गए दावे और उनकी हकीकत को आपने नहीं देखा."
तराजू हाथ में लेकर खुद बेकसूर बन बैठे
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) April 3, 2025
पर इतिहास उठाकर देख लो, कितने कसूर कर बैठे
नेता प्रतिपक्ष श्री @TikaRamJullyINC जी, मैं स्वयं नेता प्रतिपक्ष रहा हूं और मैंने इस पद की गरिमा और जिम्मेदारी को बखूबी समझा है लेकिन कांग्रेस की तरह विधानसभा में सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद… https://t.co/XDMFQOJSaW
भजनलाल सरकार पर साधा निशाना
उन्होंने आगे लिखा, 2024-25 पर कैपिटल एक्सपेंडिचर का बजट 44,216 करोड़ रु. रखा पर आपकी सरकार 13% कम खर्च कर पाई और आपका खर्च केवल 38,288 करोड़ रु. हुआ. ये आपकी असफलता है. आपने 2024-25 के लिए अनुमान लगाया कि स्टेट जीडीपी का 35.97% ही कर्ज होगा पर रिवाइज एस्टिमेट में यह बढ़कर 37.65% निकलकर आया यानी FRBM में कर्ज की लिमिट 38.20% तक आप लगभग पहुंच गए.
राजेंद्र राठौड़ ने किया था पलटवार
इससे पहले बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने टीकाराम जूली पर निशाना साधते हुए एक्स पर लिखा, "तराजू हाथ में लेकर खुद बेकसूर बन बैठे, पर इतिहास उठाकर देख लो, कितने कसूर कर बैठ. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली जी, मैं स्वयं नेता प्रतिपक्ष रहा हूं और मैंने इस पद की गरिमा और जिम्मेदारी को बखूबी समझा है लेकिन कांग्रेस की तरह विधानसभा में सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद कभी नहीं रहा. मैंने मेरे कार्यकाल के अंदर कभी भी सामाजिक सम्मान जैसे 'दादी' शब्द को लेकर सदन में गतिरोध उत्पन्न करने जैसी घटना को अंजाम नहीं दिया था."
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























