राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष का बड़ा दावा, 'मंत्री ने खुद बता दिया कि बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं'
Rajasthan By-Election 2024: कांग्रेस ने राजस्थान में उपचुनाव में जीत का दावा किया है. कांग्रेस के नेता टीकाराम जूली ने जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के बयान को लेकर भी टिप्पणी की.
Tika Ram Jully On Rajasthan By-Election 2024: राजस्थान के सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, इसको लेकर सियासी पारा पूरी तरह चढ़ा हुआ है. बीजेपी के नेता लगातार कांग्रेस पर हमलावर हैं. इस बीच कांग्रेस ने सत्तारूढ़ दल पर पलटवार किया है.
राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि प्रदेश की सात विधानसभा सीटों पर उप- चुनाव में अपनी हार सामने देख बीजेपी को लोकसभा चुनाव में राज्य में हुई पराजय याद आने लगी है. सातों सीटों पर उप-चुनाव में हारने जा रही बीजेपी अभी से बहाने खोजने लगी है.
जूली ने कहा, ''नाच न जाने आंगन टेढ़ा की कहावत बीजेपी सरकार चरितार्थ कर रही है. अपनी भावी पराजय के दबाव से बीजेपी के मंत्री, नेता बौखला गए हैं. इसके साथ ही जलदाय मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी की नाराजगी की बात कहकर इशारा कर दिया है कि बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं है.''
उदयपुर का बयान दिलाया याद
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने प्रदेश के जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के उदयपुर में दिये बयान पर कहा, ''बीजेपी के मंत्रियों को पाप और पुण्य याद आ रहे हैं. बीजेपी भूल गयी है कि लोकतंत्र में जनता जर्नादन होती है और जुमलों की राजनीति ज्यादा समय तक नहीं चलती.''
जूली ने कहा, ''जलदाय मंत्री कह रहे हैं कि राज्य में लोकसभा सीटें हारने पर प्रधानमंत्री मोदी नाराज हुए थे. जलदाय मंत्री यह भी कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री ने कहा कि इतना पैसा देने के बाद भी बीजेपी को सीटों का नुकसान हुआ.''
टीकाराम जूली ने आगे कहा, ''जलदाय मंत्री का यह बयान दर्शाता है कि बीजेपी का लोकतंत्र में भरोसा नहीं है. वह सरकारी खजाने के जरिए चुनाव जीतना चाहती थी, लेकिन राजस्थान की स्वाभिमानी जनता प्रधानमंत्री मोदी के लुभावने जुमलों में नहीं आयी.''
उपचुनाव में मिलेगा सबक
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राजस्थान स्वाभिमान का पर्याय है. यहां के किसान और युवा अग्निवीर योजना के जरिए युवाओं के साथ खिलवाड़, ईआरसीपी के नाम पर प्रदेश की जनता से छलावा, पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद करने की बीजेपी सरकार की कोशिशों, बेरोजगारों से छलावा, महिला उत्पीड़न, दलित और आदिवासी समाज की उपेक्षा, प्रदेश में बढ़ते अपराध और भ्रष्टाचार आदि वजह से खफा थे और जनता ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सबक सिखाया. अब एक बार फिर सातों विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव में सबक सिखायेगी.
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