Kotputli Borewell Accident: मासूम तक पहुंचने में 9 दिन बाद भी बचाव दल विफल, कैसी है चेतना की हालत?
Kotputli Borewell New: राजस्थान में अभी तक हुए बोरवेल हादसे में सबसे लंबा रेस्क्यू ऑपरेशन कोटपूतली का है. इसको चलाने में सबसे ज्यादा संसाधन लगे हैं. बावजूद इसके बच्ची को बाहर नहीं निकाला जा सका है.

Kotputli Borewell Accident Rajasthan: राजस्थान के कोटपुतली क्षेत्र के कीरतपुरा गांव स्थित बोरवेल में गिरी मासूम तक पहुंचने में 9 दिन भी भी बचाव दल विफल रहा है. जबकि सुरंग बनाने का काम पूरा हो चुका है. बचाव दल के अफसरों ने दावा किया था, आठवें दिन बच्ची को बोरवेल से बाहर निकाल लेंगे. अब तो बच्ची के माता-पिता और स्थानीय लोगों की उम्मीदें भी खत्म होती जा रही हैं. दोनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
दरअसल, कोटपूतली के कीरतपुरा गांव के 700 फीट गहरे बोरवेल में 3 साल की साल की चेतना अभी भी फंसी हुई है. पिछले 9 दिनों से स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ कर्मी बच्ची तक पहुंचने की मुहिम में जुटे हैं, लेकिन मासूम बच्ची को अभी तक बाहर नहीं निकाल पाए हैं.
Kotputli, Rajasthan: Nine days after a girl fell into a borewell in Keeratpura village, the rescue operation has failed to locate her. Despite completing the tunnel, the rescue team has not reached the girl, administration efforts continue to fall short, and public hopes are… pic.twitter.com/QqNDMZCYR5
— IANS (@ians_india) December 31, 2024
किसी को नहीं पता कैसी है मासूम?
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक अभी तक बचाव दल को इस बात का भी पता नहीं लग पाया है कि भूखी-प्यासी मासूम की हालत कैसी है? वह कोई मूवमेंट भी नहीं कर रही है। बस इतना बताया जा रहा है कि चेतना 120 फीट की गहराई पर एक हुक से लटकी हुई है. वहां तक पहुंचकर चेतना को बोरवेल से निकालने के लिए एनडीआरएफ के जवान अब भी सुरंग खोदने में जुटे हैं.
हालांकि, नतीजे के नाम पर बचाव दल को अभी तक कुछ हाथ नहीं लगा है. जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, वैसे-वैसे परिजनों और ग्रामीणों की उम्मीद और आशा दोनों धूमिल नजर आने लगी हैं.
सबसे लंबा बोरवेल रेस्क्यू ऑपरेशन
बता दें कि राजस्थान में अभी तक हुए बोरवेल हादसे में सबसे लंबा रेस्क्यू ऑपरेशन कोटपूतली का है. इस ऑपरेशन का 9 दिन बीतने के बाद भी बच्ची को बाहर नहीं निकाला जा सका है. अब अहम सवाल यह है कि और कितना लंबा इंतजार करना होगा? क्या मासूम चेतना हम सबके बीच फिर मौजूद होगी या लेट लतीफी की वजह से सभी को निराशा हाथ लगेगी.
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Source: IOCL





















