जोधपुर: भीषण सड़क हादसे के बाद प्रशासन का एक्शन, उठाया ये बड़ा कदम
Jodhpur Accident News: जोधपुर के मातोड़ा में भारतमाला हाईवे पर श्रद्धालुओं से भरी टेम्पो ट्रैवल ट्रक से टकराने से 15 की मौत हो गई. अवैध ढाबों और सड़क पर खड़े ट्रकों के कारण यह हादसा हुआ.

जोधपुर फलोदी उपखंड के मातोड़ा क्षेत्र में भारतमाला हाईवे पर हुए भीषण सड़क हादसे ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है. रविवार देर रात हुई इस दुर्घटना में श्रद्धालुओं से भरी एक टेम्पो ट्रैवल सड़क किनारे खड़े ट्रक से जा टकराई, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई और अनेक घायल हुए. हादसे की भयावहता को देखते हुए सोमवार सुबह से ही प्रशासन हरकत में आ गया है.
भारतमाला हाईवे पर लंबे समय से सड़क किनारे बड़ी संख्या में अस्थाई ढाबे, चाय-नाश्ते के ठेले और ट्रक चालकों के ठहराव स्थल बने हुए हैं. ये ढाबे न तो किसी निर्धारित सीमा में आते हैं और न ही इनके पास कोई वैध अनुमति है. ट्रक चालक अक्सर इन ढाबों पर रुककर अपने वाहन सड़क पर ही खड़े कर देते हैं, जिससे आने-जाने वाले वाहनों को अचानक मोड़ लेना पड़ता है और इसी वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं.
रविवार रात का दर्दनाक हादसा बना चेतावनी की घंटी
रविवार (2 नंवबर) की रात मातोड़ा के पास सड़क किनारे खड़े ट्रक में पीछे से श्रद्धालुओं से भरी टेम्पो ट्रैवल जा टकराई. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि वाहन के परखच्चे उड़ गए. मौके पर चीख-पुकार मच गई और स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य शुरू किया. सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और घायलों को फलोदी अस्पताल भेजा गया.
प्रशासन ने शुरू की सख्त कार्रवाई
हादसे के बाद सोमवार सुबह प्रशासन ने भारी पुलिस जाप्ते के साथ भारतमाला हाईवे पर अभियान चलाया. फलोदी एसडीएम, पुलिस प्रशासन और नगर परिषद की संयुक्त टीम ने सड़क किनारे बने दर्जनों अवैध ढाबों और अस्थाई दुकानों को हटवाया. साथ ही ट्रक चालकों और ढाबा संचालकों को चेतावनी दी गई कि यदि आगे से सड़क किनारे पार्किंग या अवैध निर्माण किया गया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी.
अवैध बायोडीजल बिक्री पर भी प्रशासन की निगाहें
स्थानीय लोगों ने बताया कि हाईवे पर अवैध रूप से बायोडीजल की बिक्री भी बड़े पैमाने पर की जाती है. कई ट्रक चालक सस्ते दाम में बायोडीजल खरीदते हैं, जो न केवल वाहन के लिए हानिकारक है बल्कि सुरक्षा की दृष्टि से भी खतरनाक साबित हो सकता है. इस पर कई बार शिकायतें भी उठाई गई, लेकिन अब हादसे के बाद प्रशासन ने इस दिशा में भी सख्त रुख अपनाने के संकेत दिए हैं.
स्थानीय निवासियों की मांग – स्थायी समाधान की जरूरत
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई केवल हादसों के बाद ही होती है, लेकिन कुछ दिनों में फिर वही स्थिति लौट आती है. नागरिकों ने मांग की है कि हाईवे किनारे ट्रकों की पार्किंग के लिए अलग से व्यवस्था की जाए, ढाबों के लिए निर्धारित जोन बनाए जाएं और नियमित निगरानी रखी जाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो.
Source: IOCL






















