जयपुर के जयगढ़ किले में 6 दिसंबर से शुरू होगा हेरिटेज फेस्टिवल, कला और विरासत का उत्सव
Jaigarh Fort Heritage Festival: जयपुर के जयगढ़ किले में 6 और 7 दिसंबर को दो दिवसीय हेरिटेज फेस्टिवल आयोजित होगा. जिसमें राजस्थान की कला, संगीत और विरासत का भव्य उत्सव होगा.

जयपुर राजघराने के जयगढ़ किले का सालाना जयगढ़ हेरिटेज फेस्टिवल 6 और 7 दिसंबर को किले में ही आयोजित किया जाएगा. राजघराने के सिटी पैलेस में आयोजित एक समारोह में फेस्टिवल के पोस्टर को जारी कर दिया गया है. जयगढ़ हेरिटेज फेस्टिवल को राजघराने के महाराज और राजस्थान की डिप्टी सीएम दिया कुमारी के बेटे सवाई पदमनाभ सिंह के निर्देशन में टीम वर्क आर्ट संस्था द्वारा आयोजित किया जा रहा है.
जयगढ़ हेरिटेज फेस्टिवल का उद्देश्य और महत्व
इस साल फेस्टिवल का दूसरा एडिशन है. इस फेस्टिवल के जरिए जयगढ़ किले को पर्यटन के लिहाज से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने की कोशिश की जाएगी. यह बताया जाएगा कि जयपुर राजघराने का जयगढ़ किला सिर्फ एक ऐतिहासिक स्मारक ही नहीं है बल्कि यहां संगीत, हस्तशिल्प, पाक परंपराओं और संवाद के जरिए राजस्थान की गौरवशाली विरासत भी देखने को मिलती है.
जयगढ़ हेरिटेज फेस्टिवल कला, संगीत और खान-पान का उत्सव
जयपुर राजघराने के महाराजा सवाई पदमनाभ सिंह के मुताबिक दो दिनों का यह फेस्टिवल राजस्थान की गौरवशाली विरासत के साथ ही कला - संगीत, शिल्प, इतिहास और खान-पान का भी उत्सव है. इन सभी के मेल से ही जयपुर समूची दुनिया में अपनी अलग पहचान रखता है. जयगढ़ किला एक जोशीली जगह में तब्दील हो रहा है.
कार्यक्रम और अंतरराष्ट्रीय सहभागिता
महाराजा सवाई पदमनाभ सिंह के मुताबिक दो दिनों के इस फेस्टिवल में तमाम कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. फेस्टिवल में राजस्थान की विरासत तो नजर आएगी, साथ ही यहां का कल्चर, खान-पान, संगीत, मेहमान नवाजी और कला भी देखने को मिलेगी. इसके साथ ही हस्तशिल्प पर भी स्पेशल सेशन होगा.
महाराजा सवाई पदमनाभ सिंह और टीमवर्क आर्ट संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय कुमार राय के मुताबिक दो दिनों के इस फेस्टिवल के जरिए यह संदेश देना है कि विरासत कोई ठहरी हुई याद नहीं होती, बल्कि एक जीती जागती सांस लेती और निरंतर विकसित होती हुई धारा होती है. दो दिनों के इस फेस्टिवल में बड़ी संख्या में विदेशी मेहमान और पर्यटक भी शामिल होंगे.
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