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राजस्थान में कूरियर से लॉटरी का झांसा, साइबर ठगों का नया जाल, पुलिस ने किया अलर्ट
Rajasthan Cyber Fraud: राजस्थान में साइबर ठग कूरियर से स्क्रैच कूपन भेजकर लोगों को लॉटरी का लालच देते हैं. इनाम के नाम पर टैक्स और खर्च बताकर पैसे ठगते हैं.

साइबर क्राइम से बचाव के लिए पुलिस ने किया अलर्ट
Source : Pixabay
Rajasthan News: राजस्थान में साइबर ठगों ने लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए एक नया तरीका ईजाद किया है. वह लोगों के पास कोरियर से स्क्रैच कूपन भेजते हैं. हर कूपन में बड़ा इनाम होता है. इनाम भेजने के खर्च और टैक्स के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाकर उनसे पैसे ऐंठ लिए जाते हैं. राजस्थान पुलिस ने इस बारे में एडवाइजरी जारी कर अपराध के इस नए तरीके के बारे में जानकारी देते हुए लोगों को सचेत किया है.
राजस्थानी जयपुर के एसपी साइबर क्राइम शांतनु कुमार के मुताबिक इस तरह के साइबर ठग संदिग्ध मोबाइल नंबरों से कॉल कर बताते हैं कि आप किसी नामी-गिरामी कंपनी की लॉटरी में चुने गए हैं. इसके बाद वे लोगों के पते पर कोरियर के ज़रिए एक लॉटरी का पत्र और स्क्रैच कूपन भेजते हैं.
आकर्षक स्टिकर लगा होता है
लोगों को जब यह कूरियर मिल जाता है तो ठग दोबारा कॉल करते हैं और कूपन को स्क्रैच करने को कहते हैं. कूपन स्क्रैच करने पर उसमें 10 से 15 लाख रुपये और एक चार-पहिया गाड़ी लॉटरी में मिलने का आकर्षक स्टिकर लगा होता है. इसके बाद अपराधी पीड़ित को लॉटरी पत्र में दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने को कहते हैं.
बार-बार अधिक पैसे की मांग करते रहते हैं
जब पीड़ित इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करता है तो साइबर अपराधी उसे पूरी तरह से विश्वास में ले लेते हैं. इनाम की राशि दिलाने के बहाने वे विभिन्न टैक्सों, गाड़ी रास्ते में होने, या पैसे वापस मिल जाने जैसे झूठे बहाने बनाते हुए पीड़ित से लगातार पैसे ऐंठते रहते हैं. उनका मकसद ज़्यादा से ज़्यादा पैसा ठगना होता है और वे बार-बार अधिक पैसे की मांग करते रहते हैं.
राजस्थान पुलिस ने इस नई साइबर अपराध तकनीक से बचाव के लिए आम लोगों को निम्नलिखित सलाह दी है:
● सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आपने कोई लॉटरी टिकट खरीदा ही नहीं है तो आपकी लॉटरी कैसे निकल सकती है?
● लॉटरी के विजेताओं की घोषणा हमेशा सार्वजनिक रूप से और कंपनियों की आधिकारिक वेबसाइट पर की जाती है. यदि आपको ऐसी कोई सूचना मिलती है, तो बिना देर किए संबंधित कंपनी की वेबसाइट पर जाकर इसकी सत्यता की जाँच करें.
● तुरंत रिपोर्ट करें: यदि आप इस प्रकार की धोखाधड़ी के शिकार होते हैं या आपको ऐसा कोई संदिग्ध कॉल/कूरियर मिलता है, तो इसकी सूचना तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें. आप साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल [https://cybercrime.gov.in] पर भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं या अपने निकटतम पुलिस स्टेशन/साइबर पुलिस स्टेशन में संपर्क करें.
पुलिस की एडवाइजरी है कि लालच में न पड़ें. कोई भी वास्तविक लॉटरी कंपनी आपसे इनाम देने से पहले पैसे की मांग नहीं करती है. सतर्क रहें और अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखें.
राजस्थानी जयपुर के एसपी साइबर क्राइम शांतनु कुमार के मुताबिक इस तरह के साइबर ठग संदिग्ध मोबाइल नंबरों से कॉल कर बताते हैं कि आप किसी नामी-गिरामी कंपनी की लॉटरी में चुने गए हैं. इसके बाद वे लोगों के पते पर कोरियर के ज़रिए एक लॉटरी का पत्र और स्क्रैच कूपन भेजते हैं.
आकर्षक स्टिकर लगा होता है
लोगों को जब यह कूरियर मिल जाता है तो ठग दोबारा कॉल करते हैं और कूपन को स्क्रैच करने को कहते हैं. कूपन स्क्रैच करने पर उसमें 10 से 15 लाख रुपये और एक चार-पहिया गाड़ी लॉटरी में मिलने का आकर्षक स्टिकर लगा होता है. इसके बाद अपराधी पीड़ित को लॉटरी पत्र में दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने को कहते हैं.
बार-बार अधिक पैसे की मांग करते रहते हैं
जब पीड़ित इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करता है तो साइबर अपराधी उसे पूरी तरह से विश्वास में ले लेते हैं. इनाम की राशि दिलाने के बहाने वे विभिन्न टैक्सों, गाड़ी रास्ते में होने, या पैसे वापस मिल जाने जैसे झूठे बहाने बनाते हुए पीड़ित से लगातार पैसे ऐंठते रहते हैं. उनका मकसद ज़्यादा से ज़्यादा पैसा ठगना होता है और वे बार-बार अधिक पैसे की मांग करते रहते हैं.
राजस्थान पुलिस ने इस नई साइबर अपराध तकनीक से बचाव के लिए आम लोगों को निम्नलिखित सलाह दी है:
● सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आपने कोई लॉटरी टिकट खरीदा ही नहीं है तो आपकी लॉटरी कैसे निकल सकती है?
● लॉटरी के विजेताओं की घोषणा हमेशा सार्वजनिक रूप से और कंपनियों की आधिकारिक वेबसाइट पर की जाती है. यदि आपको ऐसी कोई सूचना मिलती है, तो बिना देर किए संबंधित कंपनी की वेबसाइट पर जाकर इसकी सत्यता की जाँच करें.
● तुरंत रिपोर्ट करें: यदि आप इस प्रकार की धोखाधड़ी के शिकार होते हैं या आपको ऐसा कोई संदिग्ध कॉल/कूरियर मिलता है, तो इसकी सूचना तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें. आप साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल [https://cybercrime.gov.in] पर भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं या अपने निकटतम पुलिस स्टेशन/साइबर पुलिस स्टेशन में संपर्क करें.
पुलिस की एडवाइजरी है कि लालच में न पड़ें. कोई भी वास्तविक लॉटरी कंपनी आपसे इनाम देने से पहले पैसे की मांग नहीं करती है. सतर्क रहें और अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखें.
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Source: IOCL





















