तरनतारन उपचुनाव: AAP को सीट बरकरार रखने की उम्मीद, कांग्रेस, BJP और SAD को भी जीत का भरोसा
Tarn Taran Assembly Bypoll: पंजाब में तरनतारन विधानसभा सीट आप के कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद खाली हुई है. यह खडूर साहिब लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. कुल 15 उम्मीदवार मैदान में हैं

पंजाब में तरनतारन विधानसभा उपचुनाव में बहुकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है. सत्तारूढ़ AAP अपनी सीट बरकरार रखने की उम्मीद कर रही है, जबकि अन्य प्रमुख दलों में कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी भी अपनी स्थिति सुधारने की कोशिश करते हुए जीत की उम्मीद में हैं. मार्च 2022 में सत्ता में आने के बाद से 'आप' ने पंजाब में हुए 6 उपचुनावों में से पांच में जीत हासिल की है.
तरनतारन सीट पहले दिवंगत विधायक कश्मीर सिंह सोहल के पास थी. आप ने दलबदलू हरमीत सिंह संधू को मैदान में उतारा है. तरनतारन से तीन बार विधायक रहे संधू जुलाई में AAP में शामिल हुए थे. वह 2002 में निर्दलीय और 2007 और 2012 में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के टिकट पर तरनतारन से विधानसभा के लिए चुने गए थे. उन्होंने 2017 और 2022 में इस सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए.
कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद खाली हुई सीट
2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी के सोहल ने 13,000 से ज़्यादा वोटों से यह सीट जीती. जून में उनके निधन के बाद यह सीट खाली हो गई. आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के CM भगवंत मान, पार्टी के प्रदेश प्रभारी मनीष सिसोदिया और कई अन्य नेताओं ने हरमीत सिंह संधू के लिए प्रचार किया. इस दौरान, केजरीवाल ने कहा, ''उपचुनाव में 'आप' उम्मीदवार की जीत सीमावर्ती क्षेत्र के विकास को और बढ़ावा देगी.'' उन्होंने मान सरकार को मजबूत करने के लिए लोगों से समर्थन भी मांगा.
कांग्रेस ने किसे दिया टिकट?
कांग्रेस ने तरनतारन जिला इकाई के प्रमुख करणबीर सिंह बुर्ज को इस सीट से मैदान में उतारा है. कृषि विशेषज्ञ और रियल एस्टेट व्यवसायी बुर्ज पहली बार चुनाव लड़ेंगे. पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग, विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी समेत कई पार्टी नेताओं ने बुर्ज के लिए प्रचार किया. वारिंग ने कानून-व्यवस्था और ड्रग्स समेत कई मुद्दों को लेकर आप सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह राज्य में गैंगस्टरों पर लगाम लगाने में विफल रही है.
SAD ने सुखविंदर कौर रंधावा पर लगाया दांव
पूर्व केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह के खिलाफ कथित जातिवादी टिप्पणी को लेकर राज्य कांग्रेस प्रमुख को प्रतिद्वंद्वी दलों की आलोचना का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी. SAD ने सुखविंदर कौर रंधावा पर दांव लगाया है, जो एक रिटायर्ड सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल और एक धर्मी फौजी की पत्नी हैं. 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद सेना छोड़ने वाले कई सिख सैनिकों को 'धर्मी फौजी' कहा जाता है. रंधावा जुलाई में अपने आजाद ग्रुप का पार्टी में विलय करने के बाद SAD में शामिल हुई थीं.
सुखबीर सिंह बादल ने रंधावा के लिए किया प्रचार
अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और उनकी सांसद पत्नी हरसिमरत कौर बादल ने रंधावा के लिए आक्रामक प्रचार किया. SAD द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने तरनतारन की SSP रवजोत कौर ग्रेवाल को निलंबित कर दिया. शिअद ने अधिकारी पर उपचुनाव के लिए अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रचार करने से रोकने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर उनके खिलाफ झूठी प्राथमिकी दर्ज करने का आरोप लगाया था.
बीजेपी से चुनाव मैदान में कौन?
बीजेपी ने चुनाव के लिए अपनी तरनतारन जिला इकाई के अध्यक्ष हरजीत सिंह संधू को चुना है. 2022 में भाजपा में शामिल होने से पहले हरजीत सिंह संधू अकाली दल में थे. बीजेपी के लिए उपचुनाव के महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव प्रचार में हिस्सा लिया.
सैनी ने कहा कि पंजाब के लोग आप के कुशासन से निराश हो चुके हैं और अब विकास और सुशासन चाहते हैं. गुप्ता ने कहा कि जिस तरह केजरीवाल की आप ने दिल्ली को बर्बाद किया, उसी तरह वह आज पंजाब को बर्बाद कर रही है.उपचुनाव में एक और उम्मीदवार जिस पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा, वह हैं मंदीप सिंह, जो एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.
तरनतारन उपचुनाव के लिए 15 उम्मीदवार
तरनतारन विधानसभा सीट खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है. कुल 15 उम्मीदवार मैदान में हैं. तरनतारन उपचुनाव के लिए प्रचार रविवार (09 नवंबर) शाम को समाप्त हो गया. मतदान 11 नवंबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा और नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल 1,92,838 मतदाता हैं जिनमें 1,00,933 पुरुष, 91,897 महिलाएं और आठ थर्ड जेंडर मतदाता हैं. अधिकारियों के अनुसार, 114 जगहों पर कुल 222 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 60 शहरी और 162 ग्रामीण हैं.
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Source: IOCL






















