पहलगाम हमले को लेकर सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होगी उद्धव ठाकरे की पार्टी, कहा- 'माफी चाहते हैं कि...'
पहलगाम हमले को लेकर सर्वदलीय बैठक से पहले शिवसेना (यूबीटी) ने कहा कि हम इस कायरतापूर्ण, नृशंस हमले का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार के निर्णयों और कार्रवाई के साथ दृढ़ता से खड़े हैं.''

Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ केंद्र सरकार सख्त है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (24 अप्रैल) को कहा कि आतंकियों की बची-खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है.
सरकार ने हमले के बाद उठाए गए कदमों की जानकारी देने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इस बैठक में उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) नहीं शामिल होगी.
शिवसेना (यूबीटी) के फ्लोर लीडर अरविंद सावंत ने कहा कि आज की सर्वदलीय बैठक के बारे में आपका संदेश प्राप्त हुआ, लेकिन आपको यह सूचित करते हुए खेद है कि मैं अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण बैठक में उपस्थित नहीं हो पाऊंगा.
पार्टी सरकार के साथ खड़ी है- अरविंद सावंत
उन्होंने कहा, ''...लेकिन शिवसेना, उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी की ओर से मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस महत्वपूर्ण मोड़ पर और जब आतंकवादियों के हमले में 28 निर्दोष पर्यटक मारे गए हैं, हम इस कायरतापूर्ण, नृशंस हमले का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार के निर्णयों और कार्रवाई के साथ दृढ़ता से खड़े हैं.''
कश्मीर के पहलगाम शहर के निकट ‘मिनी स्विटरलैंड’ नाम से मशहूर पर्यटन स्थल पर 22 अप्रैल को हुई आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद आतंकियों की तलाश जारी है.
सरकार ने लिए ये फैसले
साथ ही सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई फैसले लिए हैं. माना जा रहा है कि जल्द ही केंद्र सरकार कोई बड़ी कार्रवाई कर सकती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई. इसमें पाकिस्तान से राजनयिक संबंधों में व्यापक कटौती का फैसला लिया गया. साथ ही सिंधु जल संधि स्थगित करने और अटारी चौकी को बंद करने का फैसला लिया गया.
सीसीएस) की बैठक के बाद अधिकारी ने कहा कि मई तक राजनयिक संबंधों में और कटौती के माध्यम से पाकिस्तानी और भारतीय उच्चायोगों में तैनात लोगों की कुल संख्या घटाकर 55 से 30 कर दी जाएगी.
Source: IOCL






















