Caste Census: जातीय जनगणना पर सुप्रिया सुले का बड़ा बयान, 'राहुल गांधी, अखिलेश यादव और...'
Supriya Sule on Caste Census: बारामती से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि जातीय जनगणना इंडिया गठबंधन की मांग थी. हमारी मांग पूरी हो गई.

जातीय जनगणना के फैसले पर शरद पवार की बेटी और बारामती से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले की प्रतिक्रिया सामने आई है. बारामती सांसद ने कहा कि ये तो इंडिगा गठबंधन की ही मांग थी. उन्होंने इसका क्रेडिट राहुल गांधी, अखिलेश यादव, अमोल कोल्हे और खुद को भी दिया. उन्होंने कहा कि हम सब ने बहुत बार संसद में या सड़क पर आंदोलन करके ये मांग की है. हमारी जो मांग है वो पूरी हुई. देर आए दुरुस्त आए.
जातीय जनगणना पर क्रेडिट लेने की होड़!
दअरसल, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बुधवार (30 अप्रैल) को कैबिनेट की बैठक में जनगणना में जातीय जगनगणना को भी शामिल को भी शामिल करने का फैसला किया है. इस फैसले के बाद राजनीतिक दलों ने क्रेडिट लेने की होड़ लगी हुई है. विपक्ष इसे अपनी जीत बताकर पेश कर रहा है तो वहीं सरकार का कहना है कि विपक्ष ने इसे राजनीतिक टूल के रूप में इस्तेमाल किया लेकिन जब उनकी सरकार थी तो इसे लागू नहीं किया.
Mumbai, Maharashtra: On the Union Cabinet approving the Caste Census, NCP(SP) Leader and MP Supriya Sule says, "Absolutely, because it was the INDI Alliance that had demanded this. Whether it was Rahul Gandhi, Akhilesh Yadav, our colleague and brother Amol Kolhe, or even… pic.twitter.com/acn818Fz5w
— IANS (@ians_india) May 1, 2025
केंद्र सरकार के इस फैसले को बिहार में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. बिहार में आरजेडी इसे अपनी जीत बता रही है तो वहीं जेडीयू का कहना है कि लंबे समय से हमारी मांग को सरकार ने पूरा किया है. कोई राजनीतिक दल ऐसा नहीं है जिसने इस फैसले को अपनी जीत न बताई हो.
इससे पहले बुधवार को शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा था कि आखिरकार सरकार को झुकना पड़ा. उन्होंने इस फैसले को विपक्षी दलों के दबाव का नतीजा बताया और कहा कि जिसकी जितनी संख्या भारी उतनी उसकी जिम्मेदारी हो.
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Source: IOCL
























