Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर पर राज ठाकरे की पहली प्रतिक्रिया, 'हमले के बाद युद्ध...'
Operation Sindoor: राज ठाकरे का कहना है कि पाकिस्तान पहले से ही बर्बाद हुआ देश है. हमें उससे युद्ध करने के बजाय पहलगाम के आतंकियों को ढूंढना चाहिए. वो अभी तक नहीं पकड़े गए हैं.

Raj Thackeray on Operation Sindoor: पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान पर 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत एयर स्ट्राइक की. पाकिस्तान और पीओके में बने 9 आतंकी ट्रेनिंग कैंप को भारतीय सेना ने ध्वस्त कर दिया. इस स्ट्राइक में कई आतंकियों के मारे जाने की खबर है. इसपर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे का बड़ा बयान आया है.
राज ठाकरे ने कहा, "पहलगाम में जो हमला हुआ, उसके बाद पहली पोस्ट मैंने की थी. उनको (पाकिस्तान को) सबक सिखायाा जाना जरूरी था. हालांकि, हमले का पर्याय युद्ध नहीं होता. पाकिस्तान पहले से ही बर्बाद हुआ देश है. अभी तक जिन्होंने हमला किया, उन्हें हम ढूंढ नहीं पाए हैं. उनको ढूंढना पहली जिम्मेदारी है.
ऑपरेशन सिंदूर पर क्या बोले राज ठाकरे?
मनसे चीफ राज ठाकरे से जब सवाल किया गया कि पाकिस्तान पर हुई एयर स्ट्राइक को लेकर वह क्या सोचते हैं? जवाब में राज ठाकरे ने कहा, "जब हमला हुआ तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब में थे. वहां से आकर वह बिहार चले गए. मॉक ड्रिल के बजाय कॉम्बिंग ॲापरेशन करो. हमारे देश के सवाल खत्म नहीं हो रहे हैं. युद्ध कहां करने जा रहे हैं?
इस हमले में आतंकवादी मसूद अजहर के परिवार के 14 लोगों के मारे जाने का भी दावा किया जा रहा है. 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर पूरे देश में भारतीय सेना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ हो रही है तो दूसरी ओर एक राज ठाकरे हैं, जो सरकार की आलोचना कर रहे हैं.
'अमेरका ने 9/11 के बाद नहीं किया था युद्ध'- राज ठाकरे
राज ठाकरे का कहना है कि सरकार अब तक पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों ढूंढने में सफल नहीं हो सकी है. पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाना तो जरूरी था, लेकिन युद्ध करना या हवाई हमले करना उचित नहीं है. राज ठाकरे ने दावा किया है कि जब अमेरिका में 9/11 ट्विन टावर अटैक हुआ तो यूएसए ने उन आतंकियों को खोजकर उन्हें मार डाला. इसके बाद युद्ध नहीं किया क्योंकि वॉर करना आतंकवाद का जवाब नहीं है.
'हाई हमले से लोगों का ध्यान भटकाना सही नहीं'- राज ठाकरे
राज ठाकरे ने आगे कहा कि सरकार को मॉक ड्रिल करने के बजाय कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाने चाहिए. इतना ही नहीं, राज ठाकरे ने पहलगाम आतंकी हमले में इंटेलिजेंस में कमियां होने का भी दावा किया. उन्होंने सवाल उठाया कि जिस जगह पर हजारों की संख्या में हमेशा ही टूरिस्ट आते रहते हैं, वहां सिक्योरिटी क्यों नहीं थी? उन्होंने कहा कि हवाई हमले या युद्ध छेड़कर लोगों का ध्यान भटकाना कोई विकल्प नहीं है.
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