Maharashtra Political Crisis Highlights: बिना तय कार्यक्रम सेना भवन पहुंचे CM उद्धव ठाकरे, शिवसेना की बैठक में होंगे शामिल, संबोधित भी करेंगे
Maharashtra Political Crisis Highlights: देवेंद्र फडणवीस और रामदास अठावले के बीच शनिवार सुबह 11 बजे महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक उठापटक को लेकर बैठक होगी.
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Maharashtra Political Crisis Highlights: महाराष्ट्र में जारी उठापटक के बीच शनिवार को फिर शरद पवार और उद्धव ठाकरे की बैठक हो सकती है. शुक्रवार शाम को भी दोनों नेताओं के बीच हुई बैठक थी. इस बैठक में इनके अलावा जयंत पाटिल, अजित पवार, संजय राउत, आदित्य ठाकरे और मिलिंद नारवेकर ही शामिल थे. वहीं मातोश्री में मीटिंग के दौरान शिवसेना चीफ उद्धव ने कहा कि ठाकरे का नाम लिए बिना ये लोग नहीं रह सकते हैं.
उद्धव ठाकरे ने बागियों पर तंज कसते हुये कहा कि मर जाएँगे फिर भी शिवसेना नहीं छोड़ेंगे, कहने वाले आज भाग गये. बाग़ी विधायक शिवसेना तोड़ना चाहते हैं. शिवसेना और ठाकरे का नाम न लेके आप रह कर दिखाइए. मेरा पास के दो विभाग एकनाथ शिंदे को मैंने दिए. बैठक में शामिल हुए शिवसेना नेताओं के मुताबिक उद्धव ठाकरे ने कहा ऐसा होता रहता है, आप संगठन मजबूत करें.
शनिवार सुबह 11 बजे देवेंद्र फडणवीस और रामदास अठावले के बीच महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक उठापटक को लेकर बैठक होगी. रामदास अठावले एनडीए का हिस्सा हैं, लिहाजा इस बैठक को बीजेपी और सहयोगी दलों की बैठक के तौर पर भी देखा जा सकता है.
वहीं बागी विधायक दीपक केसरकर ने कहा उद्धव ठाकरे हमारे ग्रुप को रिक्गोनाइज करें, तो हम तुरंत ही मुबंई लौट जाएंगे. उद्धव को मान लेना चाहिए कि उन्हें पास संख्या नहीं है, उद्धव को हार मान लेनी चाहिए. फडणवीस के पास भी नंबर नहीं थे तो उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. संजय राउत एक जगह लौटने की बात करते हैं और दूसरी तरफ रस्ते पर आ जाने की बात करते हैं. उद्धव का कार्यकाल पूरा हो गया है, अब उन्हें बीजेपी के साथ सरकार बनाना चाहिए.
महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच शनिवार को आदित्य ठाकरे पब्लिक मीटिंग में शामिल होगें. माना जा रहा है कि मुंबई के मरीन लाईंस में शाम 6:30 बजे पब्लिक मीटिंग शामिल होगी. एकनाथ शिंदे के बगावत करने और 38 विधायकों के साथ गुवाहाटी में होने के बीच ठाकरे परिवार लगातार शिवसेना को एकजुट करने में लगा है. शुक्रवार को जिलाप्रमुखों, विधायकों और अन्य नेताओं को से बैठक कर शिवसेना को एकजुट करने कवायद जारी है.
वहीं सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे गुट महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष के खिलाफ 22 जून ही अविश्वास प्रस्ताव ला चुके हैं. ऐसे में जब तक उनके विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो जाती तब तक विधानसभा अध्यक्ष कोई फैसला ले नहीं सकते. मौजूदा आंकड़े के मुताबिक फिलहाल सरकार के पास बहुमत नहीं है. ऐसे में अगर अध्यक्ष को लेकर चुनाव हुआ तो बीजेपी और शिंदे गुट मिलकर अपना अध्यक्ष बना सकते हैं. विधानसभा अध्यक्ष पर सवाल उठाने की कड़ी में अब दो निर्दलीय विधायकों ने भी चिट्ठी भेजते हुए कहा है कि उपाध्यक्ष के पास कार्रवाई करने का अधिकार ही नहीं है.
कार्यकारिणी की बैठक में शिवसेना ने शिंदे को इस पर पर रखा बरकरार
शिवसेना की कार्यकारिणी की बैठक में एकनाथ शिंदे को पार्टी के पद से नहीं हटाया गया है. बता दें कि शिवसेना के संविधान के मुताबिक पक्ष प्रमुख के बाद पार्टी में 13 नेता पद है, इसके बाद उपनेता, जिला प्रमुख और विभाग प्रमुख आते हैं. एकनाथ शिंदे का पार्टी में कद नेता के तौर पर है. आज हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एकनाथ शिंदे को नेता पद से नहीं हटाया गया है.
कोकण रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया ने एकनाथ शिंदे को दिया समर्थन
महाराष्ट्र की कोकण रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया ने एकनाथ शिंदे को अपना समर्थन दे दिया है. पार्टी ने कहा है कि उद्धव ठाकरे घर में बैठकर सरकार चलाते थे, अब असली शिवसेना शिंदे लोगों के घर पहुंचकर चलाएंगे. उद्धव अपने विधायको से नहीं मिल पाते थे लेकिन शिंदे विधायकों के साथ मिलकर काम करेंगे.
शिवसेना कार्यकारिणी में हुए ये फैसले
शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सर्वसम्मति से पूरी शक्ति उद्धव ठाकरे को दी गई. वहीं इस बैठक में बागियों पर कठोर निर्णय लेने का प्रस्ताव पास किया गया है. शिंदे समूह के खिलाफ शिवसेना अधिक आक्रामक दिखाई दे रही है. वहीं चुनाव आयोग को शिवसेना पत्र लिखने जा रही है जिसमें किसी को भी शिवसेना या बालासाहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी जाने की बात होगी. यहां शिवसेना नेता संजय राउत ने प्रस्ताव पेश किया जिसमें शिवसेना से दगा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार उद्धव ठाकरे को दिया गया है.
एकनाथ शिंदे की बागी विधायकों के साथ मीटिंग शुरू
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच एकनाथ शिंदे द्वारा बुलाई गई मीटिंग शुरू हो गई है और फिलहाल यह चल रही है. जानकारी के मुताबिक उसमें सभी बागी विधायक शामिल हैं.
शिंदे खेमे के नए समूह को अध्यक्ष की कानूनी अनुमति के बिना नहीं किया जाएगा अधिकृत- कांग्रेस नेता
एकनाथ शिंदे खेमे द्वारा गठित 'शिवसेना बालासाहेब' नए समूह पर महाराष्ट्र कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि जब तक इसे अध्यक्ष से कानूनी अनुमति नहीं मिलती, तब तक इस प्रकार के समूहों को अधिकृत नहीं किया जाएगा.