'कोई किसी को छिपकली कह रहा है लेकिन...',अजित पवार का संजय राउत पर पलटवार
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने संजय राउत की छिपकली के रंग बदलने वाली टिप्पणी पर पलटवार किया है. उन्होंने पूछा कि क्या इससे राज्य बदल जाएगा?

Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत की रंग बदलने वाली टिप्पणी पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि किसी को छिपकली कहने से क्या राज्य की समस्याएं हल हो जाएंगी?
पुणे के अंबेगांव विधानसभा में जन सम्मान यात्रा के दौरान अजित पवार ने विपक्षी नेता पर निशाना साधते हुए कहा, ''कौन हमें कोस रहा है, कौन किसी को छिपकली कह रहा है और कौन किसी को ढेला कह रहा है. लेकिन क्या इससे राज्य की समस्याएं हल हो जाएंगी? क्या इससे राज्य बदल जायेगा राज्य? इसका जवाब विरोधियों को देना चाहिए.''
मैं सिर्फ विकास की बात करूंगा- अजित पवार
एबीपी माझा के मुताबिक उन्होंने आगे कहा, ''क्या ये संभव है कि सिर्फ इसलिए जुबान उठाई जाए और ताली बजाई जाए क्योंकि मां-बाप ने उन्हें जन्म दिया है? आज लोग समझदार हैं.? आज लोग समझदार हैं. जनसम्मान यात्रा की शुरुआत से ही मैंने तय कर लिया है कि मैं सिर्फ विकास की बात करूंगा. मेरे भाई, जो गरीबी में जी रहे हैं, उन्हें बाहर लाने की कोशिश करना चाहता हूं.''
संजय राउत ने क्या कहा था?
उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि सुप्रिया सुले महाराष्ट्र की लाडली बहन हैं. लेकिन उनके प्यारे भाइयों का रंग बदल गया है और वे अब गुलाबी हो गए हैं. उन्होंने कहा, ''छिपकली का रंग अचानक बदल जाता है और वह गुलाबी हो जाती है. अब यह गुलाबी छिपकली बारामती से निकलने वाली है लेकिन कहां जा रही है इसका पता नहीं है.
राउत ने आगे कहा, ''लेकिन कोई कहता है कि गुलाबी रंग महाराष्ट्र के लिए विशिष्ट नहीं है. हमारा रंग भगवा है. केसीआर के पास गुलाबी रंग था, हमने उनसे भी कहा कि गुलाबी रंग नहीं चलेगा. या तो भगवा चलेगा या तिरंगा चलेगा. संजय राउत ने कहा कि बाला साहेब कहते थे कि भगवा तिरंगे को बचाएगा.
अजित पवार के काफिले को काले झंडे
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार के काफिले को काले झंडे दिखाए. पर्यटन को लेकर हुई बैठक में बीजेपी को बाहर रखे जाने पर जुन्नर विधानसभा प्रमुख आशा बुचके आक्रामक हो गईं. तो जुन्नार में बीजेपी और एनसीपी के बीच स्थानीय स्तर का विवाद खुलकर सामने आ गया है. इस बीच पुलिस ने आशा बुचके समेत कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.
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Source: IOCL





















