महाकाल मंदिर के बाहर दीवार हादसे ने ली दो लोगों की जान, सीएम मोहन यादव ने किया मुआवजे का ऐलान
Ujjain Wall collapse: उज्जैन में महाराजवाड़ा स्कूल के पास दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गई. दोनों मृतक गरीब परिवार से थे और फूल प्रसाद बेचकर अपना जीवन यापन करते थे. सीएम ने हादसे पर दुख जताया है.
MP News: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के बाहर महाराजवाड़ा स्कूल के पास दीवार गिरने से जिन दो लोगों की मौत हुई है, वो बेहद ही गरीब परिवार के हैं और फूल प्रसाद बेचकर अपने परिवार का जीवन यापन करते थे. अभी घायलों की हालत भी चिंताजनक बनी हुई है. सीएम मोहन यादव ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है.
महाकाल थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक दीवार गिरने से अजय पिता ओम योगी 30 साल निवासी शिव शक्ति नगर और परहीन राठौर पति प्रवीण राठौर निवासी जयसिंहपुरा की दुखद मौत हो गई है. दोनों ही गेट नंबर 4 के सामने श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद और फूलमाला बेचने का काम करते थे. वे कई सालों से यहां पर फूल प्रसाद बेच रहे थे. उन्हें इस बात का जरा भी इल्म नहीं था कि तेज बारिश उनकी जान ले लेगी.
उज्जैन में महाराजवाड़ा स्कूल के समीप दीवार गिरने से स्थानीय दो लोगों की मृत्यु की अत्यंत ही दुःखद घटना हुई है। घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया है।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 27, 2024
बाबा महाकाल दिवंगतों की आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों…
बारिश की वजह से अचानक दीवार ढह गई और दोनों ही दीवार के नीचे दब गए. महाकालेश्वर मंदिर समिति के कर्मचारियों और पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर उन्हें बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला. इसके बाद उन्हें महाकालेश्वर मंदिर की एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इसके अलावा शारदबाई पति सोहनलाल नामक महिला गंभीर रूप से घायल है. इसके अलावा बच्चों के घायल होने की भी खबर मिली है, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है.
महाकालेश्वर मंदिर में चल रहा करोड़ों का विस्तारीकरण कार्य
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में प्रथम चरण के विस्तारीकरण के तहत महाकाल लोग का निर्माण किया गया जिसमें लगभग 460 करोड रुपए की लागत आई. इसके बाद दूसरे चरण का कार्य भी चल रहा है. मंदिर में लगभग 700 करोड़ से ज्यादा के निर्माण कार्य हो चुके हैं. ऐसी स्थिति में मंदिर के आसपास के परिसर को भी सुंदर बनाने के लिए कई कार्य किए गए लेकिन इस दीवार को लेकर लापरवाही कैसे बरती गई, यह सवाल अधिकारियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.
ढाई लाख से ज्यादा श्रद्धालु आते हैं महाकालेश्वर मंदिर
महाकालेश्वर मंदिर द्वादश ज्योतिर्लिंगों में तीसरे नंबर पर आता है. महाकालेश्वर मंदिर को स्वयंभू मंदिर बताया जाता है. इसका शास्त्रों में भी वर्णन है. महाकालेश्वर मंदिर में पूर्व में 25 से 30,000 श्रद्धालु हर दिन आते थे लेकिन महाकाल लोक निर्माण के बाद यह 10 गुना बढ़ गई. वर्तमान में दो से ढाई लाख श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर में आते हैं. इन श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने महाकाल लोक थाना खोलने का फैसला कुछ दिनों पहले लिया है. श्रद्धालुओं की जान माल की सुरक्षा के लिए मंदिर समिति द्वारा भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं लेकिन मंदिर के बाहर फुल प्रसाद बेचने वाले दीवार ढह जाने से हादसे का शिकार हो गए.
ये भी पढ़ें-
Ujjain News: उज्जैन में महाकाल मंदिर के बाहर हादसा, दीवार गिरने से दो लोगों की मौत