MP Ladli Bahna Yojana: एमपी की लाड़ली बहनों के लिए बड़ी खुशखबरी, CM मोहन यादव आज खातों में ट्रांसफर करेंगे 28वीं किस्त
MP Ladli Bahna Yojana: मध्य प्रदेश की 1.26 करोड़ लाड़ली बहनों को आज शुक्रवार को बड़ी सौगात मिलेगी. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव झाबुआ से सिंगल क्लिक में 28वीं किस्त के तहत 1250 रुपये ट्रांसफर करेंगे.

मध्य प्रदेश की करोड़ों बहनों के लिए आज शुक्रवार (12 सितंबर) का दिन खास होने वाला है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव झाबुआ जिले के पेटलावद में राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान सिंगल क्लिक से लाड़ली बहना योजना की 28वीं किस्त जारी करेंगे. इस बार 1.26 करोड़ बहनों के खाते में 1250 रुपये सीधे पहुंचेंगे.
कार्यक्रम में सिर्फ लाड़ली बहनाओं को ही नहीं, बल्कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन पाने वालों को भी बड़ा तोहफा मिलेगा. 53.48 लाख से ज्यादा पेंशन हितग्राहियों के खातों में 320.89 करोड़ रुपये से अधिक की राशि ट्रांसफर की जाएगी. सरकार का कहना है कि इससे बुजुर्गों, विधवाओं और अन्य जरूरतमंदों को सीधा फायदा मिलेगा.
मेरी प्रिय लाड़ली बहनों,
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 11, 2025
कल आपके खातों में लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत ₹1250 की 28वीं किस्त की राशि अंतरित करूंगा।
🗓️ 12 सितम्बर, 2025
📍 पेटलावद, झाबुआ#LadliBahnaMP pic.twitter.com/4V43aeH53t
गैस रिफिल के लिए 450 रुपये की मदद
महिलाओं को रसोई गैस की बढ़ती कीमतों से भी अब राहत मिलेगी. मुख्यमंत्री मोहन यादव उसी दिन 31 लाख से ज्यादा बहनों के खाते में 450 रुपये गैस रिफिल सहायता के तौर पर भेजेंगे. यह मदद पीएम उज्ज्वला योजना और गैर-उज्ज्वला योजना दोनों के तहत दी जाएगी. सरकार के मुताबिक, 48 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि सिंगल क्लिक में ट्रांसफर की जाएगी.
भाई दूज से 1500 रुपये की किस्त
लाड़ली बहनों को हर महीने 1500 रुपये मिलने का इंतजार अब ज्यादा लंबा नहीं है. सीएम मोहन यादव पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि भाई दूज यानी 23 अक्टूबर 2025 से हर बहन को 1500 रुपये की किस्त मिलना शुरू हो जाएगी. इस बार भाई दूज पर 29वीं किस्त के रूप में सीधे 1500 रुपये खातों में आने की पूरी संभावना है.
रक्षाबंधन पर भी सरकार ने बहनों को तोहफा दिया था. उस समय 27वीं किस्त के तहत 1250 रुपये और 250 रुपये का रक्षाबंधन शगुन ट्रांसफर किया गया था.
बता दें यह योजना मध्य प्रदेश सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मानी जा रही है. शुरुआत में 1000 रुपये से शुरू हुई यह राशि अब 1250 रुपये हो गई और जल्द ही 1500 रुपये तक पहुंच जाएगी. सरकार का दावा है कि इस रकम से महिलाएं अपनी जरूरतें पूरी कर पा रही हैं और धीरे-धीरे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं.
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Source: IOCL






















