जगद्गुरु रामभद्राचार्य बोले, 'बुरा मत मानिए, आज हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार, MP-MLA बनते ही...'
MP News: जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने सागर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में नेताओं और भ्रष्टाचार पर तीखा कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि विधायक बनने से पहले कुछ नहीं, बाद में पचासों फ्लैट कैसे?

Jagadguru Rambhadracharya: तुलसीपीठ के शंकराचार्य व जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने भ्रष्टाचार पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आज देश का आधा पैसा भ्रष्टाचार में चला जाता है. सबको नंबर दो का धन चाहिए. बुरा मत मानिए, मुझे कहना है- विधायक, सांसद बनने से पहले लोगों के पास कुछ नहीं रहता और जैसे ही विधायक या MP बने तो पचासों फ्लैट बन जाते हैं. ऐसा क्यों हो रहा है? हम क्यों कर रहे हैं? आज प्रत्येक क्षेत्र में भ्रष्टाचार है.
जगद्गुरु ने यह बात MP के एकमात्र सेंट्रल यूनिवर्सिटी डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के दीक्षांत समारोह के दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही. दीक्षांत समारोह में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सांसद लता वानखेड़े, विधायक, कुलपति नीलिमा गुप्ता सहित अनेक जनप्रतिनिधि, विद्यार्थी आदि मौजूद थे. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वर्चुअल संबोधन किया.
ऐसा लग रहा है कि ब्रिटेन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में हूं- जगद्गुरु रामभद्राचार्य
जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य को विश्वविद्यालय ने उन्हें डी-लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया. अपने संबोधन में सबसे पहले जगद्गुरु ने विश्वविद्यालय को ही आइना दिखाते हुए कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि मुझे यहां आज ऐसा लग रहा था कि भारत में नहीं बैठा हूं, बल्कि जैसे ब्रिटेन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में हूं. यहां अंग्रेजी देखकर मेरा मन दुखी हुआ है. उन्होंने कहा कि MP सरकार चिकित्सा शास्त्र की पढ़ाई और सिद्धांतों को हिन्दी में पढ़ा रही है और आप सागर विवि के कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी में कर रहे हैं. यह कब तक चलता रहेगा?
भारत सोने की चिड़िया नहीं, सोने का सिंह बन सकता है- जगद्गुरु रामभद्राचार्य
उन्होंने मंच पर मौजूद अतिथियों से कहा कि मुझे अंग्रेज़ी आती है. हिन्दी, संस्कृत सहित कई भाषाएं जानता हूं, लेकिन मेरा संकल्प है कि भारत में रहकर मैं अंग्रेजी नहीं बोलूंगा. यह मेरी प्रतिज्ञा है. कार्यक्रम में उन्होंने ‘दीक्षांत’ शब्द का अर्थ भी विद्यार्थियों को समझाया. विद्यार्थियों को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि देश का आधा पैसा भ्रष्टाचार में चला जाता है. पहले के लोगों ने जो किया, किया. अब तुम सब छात्र—छात्राएं जहां रहो यह सुनिश्चित कर लो कि एक भी पैसे की बेइमानी नहीं करोगे. संकल्प लो कि भ्रष्टाचार नहीं करेंगे. एक भी पैसे की घूस नहीं लेंगे. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हो तो भारत सोने की चिड़िया नहीं, सोने का सिंह बन सकता है.
भारत में रहना है तो वंदे मातरम् बोलना पड़ेगा- जगद्गुरु रामभद्राचार्य
सनातन संस्कृति सहित देश में पीओके, लव जिहाद, ऑपरेशन सिंदूर पर जगद्गुरु खुलकर बोले. उन्होंने कहा कि भारत में रहना है तो ‘वंदे भारत’ बोलना पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि जब तक देश को पाक अधिकृत कश्मीर (POK) नहीं मिल जाता, हमें विश्राम नहीं लेना है. भेदभाव मिटाकर हमें एक होकर रहना है. बहुत हो चुका और हम बहुत खो चुके हैं. उन्होंने संस्कृत के एक मंत्र देवापूर्व उपाभवम्... का उल्लेख करते हुए कहा कि अब हम एक स्वर में बोलने का प्रयास करें. हम अलग-अलग विचारधाराओं में भले बंटे हों, लेकिन राष्ट्र के लिए एक होकर काम करें. उन्होंने कहा कि आज धर्म से लोगों को परहेज होता जा रहा है, विशेष रूप से सनातन धर्म से लोग दूर जा रहे हैं. उन्होंने धर्म की परिभाषा भी मंच से समझाई.
न्यायाधीश के घर नोटों का अंबार, क्यों चाहिए इतनी छुट्टी?- जगद्गुरु रामभद्राचार्य
स्वामी रामभद्राचार्य ने भ्रष्टाचार और लोगों के कर्तव्य पर बोलते हुए कहा कि हमारे यहां एक न्यायाधीश के घर में पिछले दिनों इतना पैसा निकला कि दो फीट का नोटों का अंबार लग गया था. उन्होंने कहा कि जो गलत धन लेते हैं, उनका परिवार सुखी नहीं रहता और न ही वे स्वयं सुखी रहते हैं. देश में छुट्टियों को लेकर उन्होंने कहा कि लोग 5 दिन काम करते हैं, दो दिन की छुट्टी लेते हैं- क्यों? काम करने में क्या परेशानी है? फालतू छुट्टियां क्यों ली जाएं? हमें नए विचारों के साथ कर्म करना चाहिए
देश को जो आंख दिखाएगा, आंख निकाल लेंगे- जगद्गुरु रामभद्राचार्य
उन्होंने भारत की शक्ति को लेकर कहा कि मित्रों, अब तक विदेश यह मानता था कि भारत के पास शक्ति नहीं है. लेकिन इस बार मई की प्रथम रात्रि बेला में 1.5 मिनट से 1.25 तक हमने जो ऑपरेशन सिंदूर प्रारंभ किया, पाक के आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, एयरबेस नष्ट किए- उससे दुनिया ने जान लिया कि जो भारत को आंख दिखाएगा, हम उसकी आंख निकालकर भारत माता के चरणों में रख देंगे.
लव जिहाद पर बोले जगद्गुरु रामभद्राचार्य, बेटियों को लक्ष्मीबाई बनना होगा
दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को समझाते हुए उन्होंने कहा कि लव जिहाद के नाम पर हमारी भोली-भाली लड़कियों को फंसाया जा रहा है. उनके इस उद्देश्य को हम सफल नहीं होने देंगे. प्रत्येक किशोर को शिवाजी और महाराणा बनना चाहिए. प्रत्येक छात्र लक्ष्मीबाई हो. प्रत्येक महिला का आदर्श सीता और पुरुष का आदर्श राम होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो इस राष्ट्र के मंगल हैं, वहीं राम हैं. अर्थात ‘र’ का अर्थ राष्ट्र है और ‘म’ का अर्थ मंगल. ‘राज्यमंगलम्’ अर्थात जो सबको मंगल देते हैं, वही श्रीराम हैं. उन्होंने स्वदेशी अपनाने और विदेशी वस्तुओं का उपयोग कम से कम करने की भी सलाह दी.
विनोद आर्य की रिपोर्ट.
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