गीता जयंती पर इंदौर को मिला आधुनिक ‘गीता भवन’, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दी बड़ी सौगात
Madhya Pradesh News: गीता जयंती पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर में आधुनिक गीता भवन का लोकार्पण किया. 550 सीट सभागृह, डिजिटल लाइब्रेरी और प्रदर्शनी कक्ष जैसी सुविधा मिलेगी.

गीता जयंती और अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर को एक अनोखा उपहार देते हुए मध्यप्रदेश का पहला अत्याधुनिक शासकीय गीता भवन जनता को समर्पित किया. इंदौर के राजवाड़ा स्थित ऐतिहासिक गोपाल मंदिर परिसर में बने इस आधुनिक गीता भवन का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश के हर नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत में ऐसे नये गीता भवन बनाए जाएंगे.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गीता संघर्ष में आत्मबल, जीवन में मार्गदर्शन और हर स्थिति में सही फैसला लेने की शक्ति देती है. गीता का हर अध्याय ज्ञान, विज्ञान, दर्शन, योग और कर्तव्य की भावना से भरा हुआ है.
उन्होंने बताया कि मालवा क्षेत्र का कृष्ण भक्ति से पुराना और गहरा संबंध है. भगवान श्रीकृष्ण ने उज्जैन में शिक्षा ग्रहण की थी, वहीं अहिल्याबाई होलकर ने पूरे देश में धर्मस्थलों का जीर्णोद्धार कर हमारी सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा की.
प्रदेश के हर नगर में बनेंगे गीता भवन
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि इंदौर की तरह ही प्रदेश के सभी शहरों में गीता भवनों का निर्माण किया जाएगा, जहां आध्यात्मिक अध्ययन, सांस्कृतिक गतिविधियाँ और शिक्षण कार्यक्रम एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगे.
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की बदौलत विरासत और आधुनिक विकास को एक साथ जोड़ने का अवसर मिल रहा है. गीता भवन इसी दिशा में एक प्रेरक पहल है.
विजेताओं को ई-रिक्शा, ई-बाइक और लैपटॉप
गीता जयंती के अवसर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं की भी घोषणा की गई. मुख्यमंत्री ने बताया कि विजेताओं को नगद पुरस्कार के साथ ई-रिक्शा, ई-बाइक और लैपटॉप भी दिए जा रहे हैं, ताकि युवाओं को प्रेरित किया जा सके.
उन्होंने कहा, “श्रीकृष्ण के जीवन से हमें संगठन, साहस, धर्म की रक्षा और अन्याय के प्रतिकार का संदेश मिलता है. गीता जीवन के हर मोड़ पर सारथी की तरह मार्गदर्शन करती है.”
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत तैयार किया गया नया गीता भवन अपनी आधुनिक सुविधाओं और आध्यात्मिक माहौल के लिए खास है. यहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रवचनों, व्याख्यानों और शैक्षणिक आयोजनों के लिए अत्याधुनिक 550 सीट का सभागृह भी बनाया गया है. इसकी आर्किटेक्चर पारंपरिक और आधुनिक शैली के सुंदर मिश्रण को दर्शाती है.
डिजिटल लाइब्रेरी और 50-सीटर रीडिंग हॉल होंगे
गीता भवन में शांत और सकारात्मक वातावरण में अध्ययन के लिए 50 सीट वाला रीडिंग हॉल, डिजिटल लाइब्रेरी बनाई गई है. यहां अध्यात्म, दर्शन, योग, भारतीय संस्कृति, माइंडफुलनेस और जीवन-प्रबंधन पर लगभग 1200 किताबों का संग्रह उपलब्ध है. डिजिटल आर्काइव के माध्यम से ई-बुक्स, ऑडियो-वीडियो व्याख्यान, ऑनलाइन कोर्स तक भी आसान पहुंच सुनिश्चित की गई है.
लाइब्रेरी की सजावट प्राकृतिक रंगों, आध्यात्मिक कलाकृतियों, इनडोर पौधों और सौम्य प्रकाश व्यवस्था के साथ बेहद शांत और प्रेरणादायी माहौल तैयार करती है.
नवनिर्मित परिसर में आकर्षक प्रदर्शनी कक्ष भी बनाए गए हैं, जिनका उद्देश्य सांस्कृतिक विरासत और कला को बढ़ावा देना है. यहाँ धार्मिक इतिहास, कला और संस्कृति से जुड़ी प्रदर्शनी समय-समय पर लगाई जाएगी.
गोपाल मंदिर में पूजन-अर्चन
कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ऐतिहासिक गोपाल मंदिर में विशेष पूजन-अर्चन किया और प्रदेश की खुशहाली की कामना की. उन्होंने मंदिर के नये विकसित हिस्सों विशेषकर डिजिटल लाइब्रेरी और प्रदर्शनी विथिका का भी अवलोकन किया.
इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि आज इंदौर के लिए बेहद खास दिन है. उन्होंने कहा, “गीता हमें सिखाती है कि अगर हर व्यक्ति अपना कर्तव्य निभाए तो समाज और राष्ट्र दोनों मजबूत होते हैं.”
उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में मध्यप्रदेश में सांस्कृतिक जागरण तेजी से बढ़ा है और राज्य सरकार विरासत को विकास से जोड़कर आगे बढ़ रही है.
Source: IOCL






















