गरबा-डांडिया में दूसरे धर्म के लोगों की एंट्री पर कंप्यूटर बाबा बोले, 'कोई भी कहे...'
Garba in MP: मध्य प्रदेश में हिंदू संगठनों की मांग है कि गरबा के पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर बैन लगाया जाए. इस बीच कंप्यूटर बाबा ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

नवरात्रि में होने वाले गरबा-डांडिया के कार्यक्रमों में गैर-हिंदुओं को प्रवेश न देने की मांग ने मध्य प्रदेश में जोर पकड़ लिया है. इस बीच कंप्यूटर बाबा महामंडलेश्वर की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि हमारे पंडाल और सनातन के कार्यक्रम में दूसरे धर्म और जाति के लोगों को आना ही नहीं चाहिए. हिंदुत्व का कार्यक्रम है तो हिंदुत्व और सनातन के लोगों को रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो भी ये कह रहे हैं कि सनातनी लोग कार्यक्रम में आएं, वो उसका समर्थन करते हैं.
मंत्री प्रहलाद पटेल ने क्या कहा?
मध्य प्रदेश में हिंदू संगठनों की चेतावनी और गैर सनातनियों के प्रवेश पर रोक की मांग को सूबे की सरकार भी गंभीरता से ले रही है और कहीं न कहीं हिंदू संगठनों की मांग को जायज भी बता रही है. प्रदेश के वरिष्ठ नेता और पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा है कि धर्म आस्था का विषय .है वहीं जिन लोगों की श्रद्धा देवी मां में हैं वो आएं तो आपत्ति नहीं हैं. लेकिन इसे किसी इवेंट की तरह मनोरंजन के लिए लिया जाए तो आपत्ति जायज है.
Morena, Madhya Pradesh: Regarding the Navratri Garba-Dandiya events, Computer Baba Mahamandaleshwar says, "It is appropriate that in our pandals and Sanatan programs, people of other religions should not participate. Events celebrating Hindutva should include only Sanatanis. I… pic.twitter.com/1p2FyZ7ofa
— IANS (@ians_india) September 19, 2025
संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने भी दी प्रतिक्रिया
वहीं प्रदेश के धार्मिक धर्मस्व न्यास और संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने एकदम साफ कहा है कि नवरात्र और गरबा हिंदुओं का धार्मिक विषय है इसमें किसी और की आवश्यकता नहीं है. हिंदू संगठनों की आपत्ति का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार गरबा को लेकर व्यवस्था बना रही है. किसी भी असामाजिक तत्व को इनमें प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
दमोह में हिंदू संगठनों ने गरबा संचालकों को किया आगाह
वहीं एमपी के दमोह जिले में भी गरबा के दौरान सिर्फ सनातनियों की एंट्री की मांग उठने लगी है. गैर हिन्दू को पंडालों में प्रवेश पर रोक की मांग ने जोर पकड़ लिया है. आयोजन शुरू हों इसके पहले ही हिंदू संगठन खुलकर सामने आ गए हैं और न सिर्फ प्रशासन बल्कि गरबा संचालकों को भी इन संगठनों ने आगाह किया है कि पंडालों में किसी दूसरे धर्म के लोगों को प्रवेश न दिया जाए वरना अंजाम सही नहीं होगा.
हिंदू संगठनों ने जिले के कलेक्टर को ज्ञापन देकर कहा है कि प्रशासन गरबा संचालकों को निर्देशित करें कि मैदान और हाल में सिर्फ सनातनी ही जाएं. हिंदू संगठनों की मानें तो नवरात्र हिंदुओं का त्योहार है और गरबा हिंदुओं की आराधना का एक माध्यम है. इससे सिर्फ हिंदुओं को सरोकार होना चाहिए. जिनका कोई मतलब नहीं उनका पंडालों में क्या काम?
हिंदू संगठनों की महिला शाखाएं भी सक्रिय
हिंदू संगठनों के मुताबिक दमोह जिले में लव जिहाद के लगातार मामले सामने आ रहे हैं और ऐसे अवसर 'जिहादियों' के लिए बड़ा साधन बनते हैं. इस पर गरबा संचालकों को विचार करना चाहिए. इतना ही नहीं हिंदू संगठनों की महिला शाखाएं भी सक्रिय हैं और महिला शाखा की पदाधिकारियों ने गरबा के दौरान लड़कियों और महिलाओं के पहनावे पर भी सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि लड़कियां गरबा ड्रेस का खास ध्यान रखें. पूजा और आराधना के दौरान जिस शालीनता के साथ कपड़े पहने जाते हैं, वही कपड़े पहनें. अश्लीलता न हो और न ही फूहड़ गीतों पर गरबा करें.
Source: IOCL






















