वैष्णो देवी कॉलेज की 52 में से 42 सीटों पर मुस्लिम छात्र, विरोध में बजरंग दल का राजभवन मार्च
Vaishno Devi College: वैष्णो देवी कॉलेज में 42 मेडिकल सीटें मुस्लिम छात्रों को दिए जाने के विरोध में बजरंग दल का राजभवन मार्च रोका गया. पुलिस-प्रदर्शनकारियों में धक्का-मुक्की और माहौल तनावपूर्ण रहा.

जम्मू में माता वैष्णो देवी कॉलेज में मेडिकल सीटों के आवंटन को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. कॉलेज में 50 मेडिकल सीटों में से 42 सीटें मुस्लिम समुदाय के छात्रों को दिए जाने के आरोप के बाद माहौल गर्म है. इस मुद्दे पर जहां सोशल मीडिया पर बहस तेज है, वहीं सड़कों पर भी विरोध की लहर उठ खड़ी हुई है.
जानकारी के अनुसार, बजरंग दल ने इस फैसले का कड़ा विरोध करते हुए आज जम्मू में राजभवन की ओर मार्च निकालने का ऐलान किया, जिसके बाद इलाके में राजनीतिक हलचल और सुरक्षा दोनों बढ़ गईं.
राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर बजरंग दल ने की जांच की मांग
बजरंग दल के कार्यकर्ता सुबह से ही बड़ी संख्या में शहर के विभिन्न हिस्सों से इकट्ठा हुए और कॉलेज प्रशासन और श्राइन बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी करते हुए राजभवन की ओर कूच करने लगे. उनका कहना है कि यह सीट आवंटन जबरन पक्षपात का उदाहरण है और माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड को इस मामले में स्पष्ट जवाब देना चाहिए. कार्यकर्ता राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग करना चाहते थे.
हालांकि, पुलिस ने कार्यकर्ताओं को राजभवन की ओर बढ़ने से रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी. भारी पुलिस बल तैनात किया गया और बैरिकेड्स लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया. जैसे ही प्रदर्शनकारी आगे बढ़ने लगे, पुलिस ने उन्हें रोका और इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई. प्रदर्शन के बीच कई बार तनाव बढ़ा, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में बनाए रखने की कोशिश की.
धार्मिक स्थल से जुड़े संस्थानों में पारदर्शिता होनी चाहिए सर्वोच्च
बजरंग दल के कार्यकर्ता लगातार श्राइन बोर्ड के खिलाफ स्लोगन लगा रहे थे और सीट आवंटन को अनुचित और संदेहास्पद बताते हुए इसका पूरा रिकॉर्ड सार्वजनिक करने की मांग कर रहे थे. उनका कहना है कि माता वैष्णो देवी जैसे धार्मिक स्थल से जुड़े संस्थानों में पारदर्शिता सर्वोच्च होनी चाहिए और किसी भी समुदाय विशेष को अनुचित लाभ नहीं दिया जा सकता.
राजभवन की ओर मार्च सुरक्षा प्रोटोकॉल के खिलाफ- प्रशासन
प्रशासन ने कहा है कि स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है और किसी भी तरह की अराजकता फैलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शांतिपूर्ण विरोध की अनुमति है, लेकिन राजभवन की ओर मार्च सुरक्षा प्रोटोकॉल के खिलाफ है. फिलहाल, यह विवाद जम्मू की राजनीति में नई हलचल लेकर आया है. बजरंग दल अपनी मांगों पर अड़ा हुआ है, जबकि सरकार और श्राइन बोर्ड की ओर से अभी तक कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है. आने वाले दिनों में यह मुद्दा प्रदेश की राजनीति और सामाजिक माहौल दोनों को प्रभावित कर सकता है.
'जम्मू में सांप्रदायिक तनाव बढ़ाना चाहते हैं'- सुनील शर्मा
इस मामले में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने कहा, कि वह गृहमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर दूसरे समुदाय के लोग श्री माता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी में जाएंगे तो वह अपने धर्म के आधार पर खान-पान और पूजा पाठ करेंगे. इससे वहां कानून व्यवस्था की समस्या हो सकती है. उन्होंने कहा कि कश्मीर के राजनीतिक दल इस मामले पर राजनीति इसलिए करेंगे क्योंकि वह चाहते हैं कि जम्मू में सांप्रदायिक तनाव बढ़े.
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Source: IOCL





















