कश्मीर में फिर आई बहार, हमले और बाढ़ के बाद अब चिनाब नदी में रिवर राफ्टिंग शुरू
Jammu Kashmir News: चिनाब नदी में रिवर राफ्टिंग फिर शुरू हो गई है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिला है. आतंकी हमले और बाढ़ के कारण यह गतिविधि बंद हो गई थी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई थी.

जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में एडवेंचर टूरिज्म की शुरुआत फिर से हो गया है. चिनाब नदी में लंबे समय के बाद रिवर राफ्टिंग शुरू हो गई है. भारी संख्या में पर्यटक वॉटर स्पोर्ट्स के मजे लेने के लिए कश्मीर पहुंचने लगे हैं.
रियासी जिला बारादरी में राफ्टिंग के लिए फेमस है, जहां चिनाब नदी पहाड़ों और जंगलों के बीच से बहती है और हजारों एडवेंचर प्रेमियों को आकर्षित करती है.
आतंकी हमले और बाढ़ से बहुत नुकसान
रिवर राफ्टिंग के ऑपरेटर सुरेंद्र सिंह ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को जानकारी दी कि एडवेंचर स्पोर्ट्स वापस से शुरू हो गया है. कई महीनों के ब्रेक के बाद अब चिनाब नदी में राफ्टिंग के लिए पर्यटक आ सकते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि अप्रैल में हुए पहलगाम हमले, फिर ऑपरेशन सिंदूर और फिर बाढ़ के बाद यहां का पर्यटन पूरी तरह से ठप हो गया था और स्थानीय लोगों को कमाने-खाने की मुश्किल हो रही थी.
सरकार ने सुरक्षा के मद्देनजर रिवर राफ्टिंग बंद करवा दी थी. अब करीब 6 महीने बाद इसे दोबारा चालू किया जा रहा है और लोग उम्मीद लगा रहे हैं कि स्थानीय लोगों की जिंदगी अब आने वाले समय के साथ बेहतर होगी. एडवेंचर की शुरुआत के साथ ही लोकल्स की सांस में सांस आई है. उनका काम दोबारा शुरू हो रहा है, जिससे उनका रोजगार बेहतर होगा. इस बीच प्रशासन ने सुरक्षा के लिए कड़े कदम भी उठाए हैं.
लोन लेकर खोली थीं कंपनियां, हुआ नुकसान
कश्मीर में एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए कई कंपनियों ने लोन लेकर खुद को सेटअप किया था, लेकिन जब स्पोर्ट्स रद्द कर दिए गए तो केंद्र शासित प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह झटका लगा. अब एक बार फिर पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी और कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपने अनुभव शेयर किए.
आपदा के बाद कश्मीर आने से घबरा रहे थे लोग
गुजरात के एक पर्यटक अर्जुन शुक्ला ने कहा, "हम यहां आकर खुश हैं. राफ्टिंग रोमांचक थी. हमने सुना था कि इसे कुछ महीनों के लिए सस्पेंड कर दिया गया था, इसलिए हम इसे आजमाने के लिए उत्साहित थे. जब आप चिनाब के ठंडे पानी में राफ्टिंग करते हैं, तो आपकी सारी थकान दूर हो जाती है."
एक और टूरिस्ट सुमित करवानी ने कहा कि उन्हें रियासी आकर बहुत मजा आया. यह उनका पहला एडवेंचर था. उन्होंने कहा, "हम वैष्णो देवी के दर्शन कर रियासी आए. यहां हमें राफ्टिंग के बारे में पता चला. बाढ़ के बाद जम्मू कश्मीर आने का फैसला हमें थोड़ा गलत लग रहा था, लेकिन यहां आकर लगा कि यह सही फैसला है."
पहलगाम हमले के 5 महीने बाद खुले पार्क
22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद अनंतनाग में सुरक्षा के मद्देनजर कई पार्क और अन्य सार्वजनिक जगहें बंद कर दी गई थीं. अब इन्हें दोबारा खोल दिया गया है. इसको लेकर भी स्थानीय लोगों में खुशी है. एक बच्ची ने बताया कि पर्यटक कश्मीर आकर अब कुदरत को ज्यादा से ज्यादा एक्सप्लोर कर सकते हैं.
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Source: IOCL
























