संसद से सड़क पहुंचा अंबेडकर पर छिड़ा संग्राम, जम्मू में गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ प्रदर्शन
Jammu and Kashmir: गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद में दिए गए बयानों पर उठा बवाल अब संसद से सड़क तक पहुंच गया है. जम्मू में पिछला वर्ग की संस्थाओं ने प्रदर्शन कर अमित शाह के इस्तीफा की मांग की.

Jammu and Kashmir News: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद में भीमराव अंबेडकर के खिलाफ दिए गए बयानों पर जम्मू में दलित, ओबीसी, मोनोरोटॉइज और आदिवासी महासंघ ने प्रदर्शन किया. बीजेपी और अमित शाह के खिलाफ नारेबाजी करते हुए महासंघ ने गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की.
महासंघ के नेता आर के कलसोत्रा ने कहा कि इन बयानों से अमित शाह के दिल की बात मुंह पर आ गई. उन्होंने कहा कि शाह नहीं चाहते कि एससी, एसटी को अधिकार मिले और भारत मजबूत बने, जो बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का सपना था.
महासंघ के नेताओं ने दावा किया कि जो अधिकार बी आर अंबेडकर ने संविधान में रखे थे, बीजेपी उन अधिकारों को खत्म करना चाहती है. कांग्रेस ने एक अमेंडमेंट की थी कि बिना जमीन वाले लोगों को जमीन मिलनी चाहिए, जबकि भाजपा ऐसे अधिकारों को खत्म कर रही हैं और निजी सेक्टर को बढ़ावा दे रही है.
दिल्ली से जम्मू पहुंचा आंदोलन
महासंघ ने आरोप लगाया कि बीजेपी नहीं चाहती दलित, पिछड़ा और आदिवासी ताकतवर बने और उन्हें समान अधिकार मिले. अमित शाह ने जो बयान दिए हैं, हमारा मानना है और हम अटल हैं कि जब तक गृहमंत्री माफी नहीं मांगते, इस्तीफा नहीं देते यह आंदोलन दिल्ली से जम्मू पहुंचा है और अब यह गली मोहल्ले का आंदोलन बनेगा. महासंघ ने पीएम से निवेदन किया कि दोबारा सांसद बुलाकर अमित शाह से माफी मंगवाए और उनसे इस्तीफा ले ले.
लोकसभा में गृहमंत्री के बयान पर हंगामा
बता दें कि दो दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा में अपनी बात रख रहे थे. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के लोग इतनी बार अंबेडकर का नाम लेते हैं उनती बार भगवान का नाम लेते तो सात जन्मों तक सर्वग मिल जाता. गौरतलब है कि गृहमंत्री के इस बायन के बाद विपक्ष उनपर हमलावर हो गया और अंबेडकर के अपमान की बात कह कर उनका इस्तीफा मांगने लगा.
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Source: IOCL























