श्रीनगर-कुपवाड़ा जेलों में CIK का सख्त सुरक्षा एक्शन, कारागार से मोबाइल और बैन आइटम्स बरामद
Jammu and Kashmir News: जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर ने श्रीनगर और कुपवाड़ा जेलों में छापेमारी की. जेलों में संदिग्ध गतिविधियों और अवैध वस्तुओं की जांच के लिए यह कार्रवाई की गई.

जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (CIK) टीम ने एक सुनियोजित और समन्वित ऑपरेशन के तहत घाटी की कई जेलों में अचानक छापेमारी की. इस अभियान में श्रीनगर की सेंट्रल जेल और कुपवाड़ा की डिस्ट्रिक्ट जेल सहित कई अन्य जेलें शामिल थीं.
अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी जेलों के अंदर हो रही गतिविधियों की निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से की गई. टीम का मुख्य मकसद यह सुनिश्चित करना था कि कैदियों द्वारा किसी भी प्रतिबंधित वस्तु का उपयोग या लेन-देन न किया जा रहा हो.
कैदियों के बैरक से सीआईके ने बरामद किए निजी सामान
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हाल ही में खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि कुछ जेलों के अंदर से गैरकानूनी और देशविरोधी गतिविधियां संचालित की जा रही हैं. इसी इनपुट के आधार पर CIK की टीमें सक्रिय हुईं और जेल प्रशासन के सहयोग से यह ऑपरेशन चलाया गया. बताया जा रहा है कि तलाशी के दौरान कैदियों के बैरक, दस्तावेजों और निजी सामानों की बारीकी से जांच की गई.
सेंट्रल जेल और डिस्ट्रिक्ट जेल में चला तलाशी अभियान
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर की टीमों ने आज सेंट्रल जेल श्रीनगर और डिस्ट्रिक्ट जेल कुपवाड़ा में तलाशी अभियान चलाया. इस कार्रवाई का उद्देश्य जेलों की आंतरिक सुरक्षा को और सुदृढ़ करना तथा किसी भी संदिग्ध गतिविधि की पहचान करना है.
इस सर्च ऑपरेशन में जेल प्रशासन भी शामिल था. अधिकारी ने आगे बताया कि जांच के दौरान कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, दस्तावेज और अन्य वस्तुएं बरामद की गई हैं, हालांकि अभी तक जब्त किए गए सामान के बारे में आधिकारिक रूप से कोई खुलासा नहीं किया गया है.
अभियान के बाद सभी जेलों की हो रही सुरक्षा समीक्षा
सूत्रों का कहना है कि तलाशी अभियान के बाद सभी जेलों की सुरक्षा समीक्षा की जा रही है और यह जांचा जा रहा है कि कहीं जेल कर्मियों की लापरवाही तो नहीं हुई. अगर किसी कर्मचारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. CIK के इस ऑपरेशन को घाटी में कानून व्यवस्था और सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ा कदम माना जा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि ऐसे अभियान आगे भी जारी रहेंगे ताकि जेलों के अंदर किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि या नेटवर्क को पूरी तरह खत्म किया जा सके. कुल मिलाकर, जम्मू-कश्मीर पुलिस का यह अभियान घाटी में बढ़ती सुरक्षा सतर्कता और आतंकी नेटवर्क पर लगाम लगाने की दिशा में एक अहम प्रयास माना जा रहा है.
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Source: IOCL






















