हिमाचल विधानसभा शीतकालीन सत्र कल से, सत्ता और विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोंक के आसार
Himachal Pradesh News: हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल धर्मशाला में शुरू होगा. 1100 जवानों की सुरक्षा के बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोंक और हंगामेदार सत्र की उम्मीद है.

हिमाचल विधानसभाका शीत कालीन सत्र कल यानी 26 नवंबर से धर्मशाला के तपोवन में शुरू हो रहा है. 8 बैठकों का यह सत्र पांच दिसंबर तक चलेगा. जिसको लेकर कांगड़ा जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. सत्र के दौरान 1100 पुलिस अधिकारी व जवान तैनात होंगे. सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर कड़ी निगरानी रखी जा रही रही है. धर्मशाला से तपोवन व जन प्रतिनिधियों के रहने वाले स्थानों सहित कुल 10 सेक्टरों में धर्मशाला को विभाजित किया गया है, जिनमें पुलिस का सख्त पहरा रहेगा.
विधायकों और अधिकारियों की धर्मशाला पहुंच
धर्मशाला के तपोवन में 26 नवंबर से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र के लिए आज राज्य सरकार शिमला से धर्मशाला रवाना हो रही है. मंत्री, विधायक और अधिकारी धर्मशाला रवाना हो जाएंगे. बुधवार सुबह 11:00 से तपोवन में शीतकालीन सत्र शुरू होगा. बीच में शनिवार और रविवार को अवकाश भी रहेगा. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मंगलवार को दोपहर बाद धर्मशाला पहुंचेंगे. कांग्रेस और बीजेपी विधायक दलों की बैठक में भी धर्मशाला में करेगी.
सत्र का राजनीतिक परिदृश्य
अब तक करीब 745 सवाल इस सत्र के लिए विधायकों से आए हैं. इस बार शीत सत्र में विपक्षी दल बीजेपी सरकार पर हमलवार नजर आ रही है जिसके चलते सदन तप सकता है. क्योंकि सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अपना अपना एजेंडा तय कर लिया है. विपक्षी दल बीजेपी लॉ एंड ऑर्डर और पंचायत चुनाव
टालने पर सरकार को घेरना चाहती है. जबकि सरकार अपने 3 साल के कामकाज के अलावा बीजेपी विधायक हंसराज के मामले और उद्योगपतियों को पूर्व सरकार में दी गई जमीन के मामले में पलटवार कर सकती है.
कांग्रेस और बीजेपी की रणनीतियां
तपोवन में शुरू होने वाले हिमाचल विधानसभा शीतकालीन सत्र को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही अपने कदम आगे बढ़ा रही हैं. मंगलवार यानी आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक मिनी सचिवालय के कैबिनेट हाल में होगी, जहां वे सदन में अपनाए जाने वाले रणनीतिक कदम तय करेंगे. वहीं, बीजेपी भी सरकार पर हावी होने के लिए सदन में अपनी योजना तैयार कर रही है. चार दिसंबर को होने वाले विधानसभा घेराव और रैली की तैयारी पहले ही बीजेपी द्वारा घोषित की जा चुकी है. इस बार सदन में प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान, राज्य की आर्थिक स्थिति, गारंटियों पर कार्य और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर गर्म बहस देखने को मिल सकती है.
विधायकों और मंत्रियों का ठहराव
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू विश्राम गृह धर्मशाला में रहेंगे, जबकि उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री जलशक्ति विभाग के समीप जोरावर स्टेडियम के विश्राम गृह में ठहरेंगे. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और मंत्री राजेश धर्माणी धर्मशाला में अपने-अपने विभागीय विश्राम गृहों में रहेंगे. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, यादविंद्र गोमा और पअनिरुद्ध सिंह भी शहर में स्थित निजी होटलों में ठहरेंगे. विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर और अधिकतर विधायक निजी होटलों में ठहरेंगे. इस व्यवस्था से विधानसभा सत्र के दौरान सुरक्षा और सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाएगा.
Source: IOCL






















