हिमाचल में ठंड का प्रकोप बढ़ा, येलो अलर्ट जारी, सूखे जैसे हालात से किसान परेशान
HImachal News: हिमाचल प्रदेश में ठंड का प्रकोप जारी है, निचले व मैदानी जिलों में घना कोहरा छाया है. बिलासपुर और मंडी में विजिबिलिटी घटी, जिसके लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है.

हिमाचल प्रदेश में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. खासतौर पर निचले व मैदानी जिलों में सर्दी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. बिलासपुर और मंडी शहर आज भी घने कोहरे की चादर में लिपटे रहे. इस कारण सुबह के समय विज़िबिलिटी बिलासपुर में 50 मीटर और मंडी में 500 मीटर तक गिर गई. मौसम विभाग ने इन दोनों शहरों में अगले दो दिनों तक सुबह और शाम घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है. पूरे प्रदेश में अगले दो दिनों तक मौसम साफ रहने का अनुमान है.
मौसम के केंद्र शिमला के वैज्ञानिक संदीप शर्मा ने बताया कि 14 दिसंबर को भी मैदानी और मध्य ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम साफ रहेगा. जबकि ऊपरी पर्वतीय हिस्सों में हल्की बर्फबारी की संभावना जताई गई है. खासकर लाहौल स्पीति में बर्फबारी के आसार हैं. 15 से 18 दिसंबर तक भी पूरे राज्य में मौसम शुष्क रहने का पूर्वानुमान है. लेकिन कड़ाके की ठंड जारी रहेगी.
मैदानी जिले शिमला से अधिक सर्द
हिमाचल के मैदानी जिलों का न्यूनतम तापमान लगातार गिर रहा है. मंडी, उना, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन और कांगड़ा जिलों की रातें शिमला से भी ज्यादा शरद हैं. शुक्रवार सुबह शिमला में न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से करीब 3 डिग्री ज्यादा है. मंडी में न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री, हमीरपुर में 4.3 डिग्री, बिलासपुर में 6.1 डिग्री, कांगड़ा में 6.2 डिग्री और सोलन में 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ.
अन्य प्रमुख क्षेत्रों का तापमान
मनाली और सुंदरनगर में न्यूनतम तापमान 2.7 डिग्री, कल्पा में 2 डिग्री, धर्मशाला में 8.4 डिग्री, पालमपुर में 4.5 डिग्री, जुब्बड़हट्टी में 8.6 डिग्री, नारकंडा में 6 डिग्री, बरठीं में 4.3 डिग्री, भरमौर में 7.2 डिग्री और सराहन में 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ. जनजातीय क्षेत्रों में तो हालात और भी सख्त हैं. लाहौल-स्पीति में कई जगह पानी जमने लगा है और झरनों-नालों के ऊपर बर्फ की परतें दिखाई दे रही हैं. कुकुमसेरी में तापमान -5.9 डिग्री और ताबो में -4 डिग्री सेल्सियस रहा.
सूखे के हालात और किसानों की चिंता
करीब दो माह से हिमाचल में सूखे जैसे हालात बने हुए हैं. जिससे किसान बागवान भी परेशान हैं. कई जगह गेहूं की फसल नहीं बीजी गई हैं. कृषि मंत्री चन्द्र कुमार ने भी मौसम की बेरुखी पर चिंता जाहिर की है. दिसंबर के अंत तक बर्फबारी और बारिश की उम्मीद रहती है लेकिन अभी तक इसके आसार कम ही नजर आ रहें हैं.
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Source: IOCL























