![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
Ahmedabad: अब प्लास्टिक और कागज के कप में नहीं ले सकेंगे चाय की चुस्की, नियम के उल्लंघन पर होगी कार्रवाई!
Ahmedabad News: अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने यह फैसला इसलिए लिया है, क्योंकि यहां एक दिन में 20 लाख से ज्यादा प्लास्टिक और पेपर कप कचरे में फेंके जाते हैं, जो कई बार ये कैचपिट में फंस जाते हैं.
![Ahmedabad: अब प्लास्टिक और कागज के कप में नहीं ले सकेंगे चाय की चुस्की, नियम के उल्लंघन पर होगी कार्रवाई! Ahmedabad Municipal corporation bans plastic and paper cups from today Ahmedabad: अब प्लास्टिक और कागज के कप में नहीं ले सकेंगे चाय की चुस्की, नियम के उल्लंघन पर होगी कार्रवाई!](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/16/b03987b8cc78715d0da388e6f70be0461673874350680649_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Gujarat News: गुजरात के अहमदाबाद में अब प्लास्टिक के साथ ही कागज के कप में भी चाय नहीं परोसी जाएंगी. दरअसल, अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (AMC) ने अहमदाबाद में सोमवार यानी 16 जनवरी 2023 से प्लास्टिक और कागज के चाय के कप पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. फिलहाल, दस दिन का नोटिस देने के बाद एएमसी चेकिंग अभियान जाएगी. इस दौरान प्लास्टिक और कागज के कप में चाय बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. दरअसल, एएमसी ने यह फैसला इसलिए लिया है, क्योंकि इस वक्त एक दिन में 20 लाख से ज्यादा प्लास्टिक और पेपर कप कचरे में फेंके जाते हैं.
यूनिट सीलिंग करने की भी एएमसी कर रही है तैयारी
शहर में बड़ी संख्या में प्लास्टिक और कागज के कप इस्तेमाल होने की वजह से कई बार ये कैचपिट में फंस जाते हैं, जिससे बरसात के दिनों में पानी पास नहीं होने से शहर में जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती है. इसे देखते हुए भी इन कपों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया है. अगले 10 दिनों के बाद एएमसी की ओर से इसकी जांच की जाएगी. इस दौरान मसालों को पैक करने के लिए प्लास्टिक और कागज के इस्तेमाल पर भी कार्रवाई की जाएगी.इसके साथ ही एएमसी ने ऐलान किया है कि प्लास्टिक और कागज के कप में चाय और कॉफी परोसने वाले व्यापारियों की दुकानों को भी सील कर दिया जाएगा. एएमसी ने साफ कर दिया है कि अब अहमदाबाद में सिर्फ और सिर्फ मिट्टी या कांच के कप में ही चाय परोसी जाएगी.
ये भी पढ़ेंः Gujarat: उत्तरायण पर्व के दौरान पतंग के मांझे से गर्दन कटने से छह लोगों की मौत, 176 लोग घायल
पर्यावरण और सेहत के लिए भी नुकसान दे है प्लास्टिक और पेपर कप
दरअसल, पेपर और प्लास्टिक के कप पर्यावरण के लिए भी हानिकारक है. प्लास्टिक के कप को इस्तेमाल करने के बाद यूं ही फेंक दिया जाता है, जो पर्यावरण में प्रदूषण का बहुत ही बड़ा कारण है. इससे मिट्टी भी खराब होती है, क्योंकि ये आसानी से गलता नहीं है. वहीं, पेपर के कप गल तो आसानी से जाते हैं, लेकिन जितनी बड़ी मात्रा में पेपर के कप का इस्तेमाल हो रहा, उसकी पूर्ति के लिए हजारों पेड़ काटे जाते हैं, जो पर्यावरण के लिए बहुत ही खतरनाक है. वहीं, इस कपों का इस्तेमाल करना सेहत के लिए भी बहुत ही हानिकारक है. दरअसल डिस्पोजल्स में पॉली-स्टीरीन नामक केमिल होता है, जो मानव स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते है. इस संबंध में आईआईटी खड़गपुर में भी एक शोध हुआ था, जिसमें कहा गया था कि अगर आप हर दिन पेपर कप में चाय का मजा लेते हैं तो आपको कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी हो सकती है.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/045c7972b440a03d7c79d2ddf1e63ba1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)