Delhi: आंधी तूफान ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें, राजधानी के अस्पतालों में बढ़ने लगी इन मरीजों की संख्या
धूल भरी आंधी और बदलते मौसम ने दिल्ली एनसीआर के लोगों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है, इस दौरान दिल्ली के अस्पतालों में सास और पेट के इन्फेक्शन वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

Delhi News: राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में बीते दिनों आए आंधी तूफान की वजह से चारों तरफ मानो धूल की चादर जैसी परत बनी हुई है. विजिबिलिटी कम होने के साथ-साथ लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं भी अब बढ़ती जा रही हैं. बीते 24 घंटे में एक बार फिर राजधानी में मौसम ने करवट ली है. अपने दैनिक कार्य के लिए दिल्ली के सड़कों पर निकले लोगों के लिए यह दम घोटू हवा एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है, क्यूंकि राजधानी में सांस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
इसके अलावा मौसम वैज्ञानिकों का भी अभी कहना है कि आने वाले कुछ दिनों तक दिल्ली में तेज हवाओं और हल्की बारिश के साथ मौसम में ऐसे बदलाव होते रहेंगे. अब ऐसी स्थिति में आम लोगों के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि अपने स्वास्थ्य देखभाल के साथ-साथ वह अपने कार्यों को बिना रुकावट के कैसे पूरा कर सकते हैं.
'बदलते मौसम में बेहद सतर्क रहें लोग'
दिल्ली के द्वारका स्थित मणिपाल हॉस्पिटल की डॉक्टर चारू ( HOD ) ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान कहा कि लगातार बदल रहे इस मौसम और आसपास एकत्रित इस धूल की वजह से सांस के मरीजों की संख्या अस्पताल में काफी बढ़ी है. इसमें कोई दो राय नहीं कि मरीजों को ऐसे हालात में बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है. खासतौर पर बाहर निकलते समय अच्छे मास्क और शरीर ढकने के हर संभव उपाय अपनाने चाहिए. इन दिनों अस्पताल में अस्थमा, चेस्ट इनफेक्शन, वायरल फीवर और बाहर खाने की वजह से पेट के इन्फेक्शन वाले मरीजों की संख्या में भी भारी इजाफा देखने को मिला है. इस बदलते मौसम में खास तौर पर सांस के मरीजों को बहुत ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है, क्योंकि हवा में धूल और उसके कड़ के कारण सीधे उन मरीजों के फेफड़े प्रभावित हो रहे हैं.
स्वस्थ रहने के लिए अपनाएं ये उपाय
एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान मरीजों को सलाह देते हुए डॉ चारू ने कहा कि - इस बदलते मौसम में सभी लोगों को अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है लेकिन खासतौर पर सांस के मरीज बिल्कुल लापरवाही ना करें. बाहर निकलने पर वह अच्छी तरीके से अपने शरीर को ढक कर ही निकले और अच्छे मास्क का जरूर प्रयोग करें. अगर उनकी नियमित तौर पर दवाएं चलती हैं तो उसमें किसी प्रकार की लापरवाही ना हो, उन दवाओं और प्रिकॉशन को नियमित तौर पर अपनाएं. ज्यादा ठंडा पानी पीने, आइसक्रीम - कोल्ड ड्रिंक से परहेज करें और इस दौरान बाहर के खाने से भी बचने का प्रयास करें क्योंकि पेट के इंफेक्शन वाले मरीजों की भी संख्या लगातार बढ़ी है जिसमें अधिकांश लोग बाहर खाने की वजह से बीमार पड़ रहे हैं. किसी भी स्वास्थ संबंधित समस्या होने पर जल्द से जल्द चिकित्सकों से जरूर परामर्श लें.
Source: IOCL























