Delhi: मोहन भागवत के बयान पर भड़के साजिद रशीदी, 'देश संविधान से चलता है, गीता-कुरान से नहीं'
Sajid Rashidi Slams On Mohan Bhagwat: RSS प्रमुख मोहन भागवत के 'हिंदू राष्ट्र' वाले बयान पर इमाम एसोसिएशन ने कड़ा विरोध किया. मौलाना साजिद रशीदी ने कहा कि पर्सनल लॉ खत्म करने की कोशिश न करें.

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयानों पर अब राजनीति और धार्मिक संगठनों की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है. अखिल भारतीय इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने भागवत के “हिंदू राष्ट्र” और “समान नागरिक संहिता” को लेकर दिए गए बयानों को सख्ती से खारिज किया है. उन्होंने साफ कहा कि यह देश न तो गीता से चलता है और न ही कुरान से, बल्कि संविधान और कानून से चलता है.
मौलाना रशीदी ने कहा, "यह देश कानून से चलता है, संविधान से चलता है. गीता या कुरान से नहीं चलता. इसलिए मोहन भागवत का बार-बार यह कहना कि यह हिंदू राष्ट्र है और इसमें कोई समझौता नहीं हो सकता, यह अन्य धर्मों की तौहीन है."
उन्होंने कहा कि अगर यह बात मान ली जाए तो इसका मतलब होगा कि दलित, मुसलमान, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और बाकी धर्मों का कोई अस्तित्व ही नहीं बचेगा.
समान नागरिक संहिता की मांग पर उठाए सवाल
भागवत के कॉमन सिविल कोड (समान नागरिक संहिता) वाले बयान पर मौलाना रशीदी ने कहा कि अगर यह सिर्फ कानून की बराबरी सुनिश्चित करने के लिए है, तो पहले से ही कानून सबके लिए बराबर है.
उन्होंने कहा कि "रेप का कानून सबके लिए है, डकैती का कानून सबके लिए है और जितने भी कानून हैं, वह सब पर लागू होते हैं. तो आप और क्या चाहते हैं? अगर आपका मतलब यह है कि मुसलमानों, सिखों, बौद्धों के पर्सनल लॉ खत्म कर दिए जाएं, तो हम इसे बिल्कुल मंजूर नहीं करेंगे. न सिर्फ मुसलमान, बल्कि जैन, बौद्ध, सिख, ईसाई, दलित कोई भी इसे स्वीकार नहीं करेगा."
अंग्रेजों के खिलाफ नहीं खुलती जुबान- साजिद रशीदी
एएनआई से बातचीत में मौलाना रशीदी ने भागवत के उस बयान पर भी सवाल उठाया जिसमें उन्होंने कहा था कि सड़कों के नाम आक्रांताओं पर नहीं होने चाहिए.
उन्होंने कहा, "आप किसी को आक्रांता मानते क्यों हैं? जो मुसलमान यहां आया, उसने हिंदुस्तान को आगे बढ़ाया. यहां से कुछ लूट कर नहीं ले गया. यहीं रहा, बादशाहत की और यहीं दफन हुआ. लेकिन अंग्रेज जिन्होंने सच में देश को लूटा और सब कुछ अपने साथ ले गए, उनके खिलाफ आपकी जबान क्यों नहीं खुलती?"
मौलाना रशीदी ने आरएसएस के इस दावे पर भी कटाक्ष किया कि संगठन का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं. उन्होंने कहा, "मोहन भागवत कहते हैं कि आरएसएस का राजनीति से कोई संबंध नहीं, लेकिन उनके सारे बयान सियासी ही होते हैं."
हम मजबूती से विरोध करेंगे- साजिद रशीदी
अखिल भारतीय इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष ने दोहराया कि कोई भी समुदाय अपने पर्सनल लॉ को खत्म करने की कोशिश बर्दाश्त नहीं करेगा.
उन्होंने कहा, "हम ऐसे कॉमन सिविल कोड को मानने वाले नहीं हैं और मजबूती के साथ इसकी निंदा करते हैं. मोहन भागवत को समझ लेना चाहिए कि यह देश सबका है और संविधान ही इसकी असली ताकत है."
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Source: IOCL
























